नयी दिल्ली, 16 नवंबर व्यापारियों के निकाय ‘चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री’ (सीटीआई) ने मंगलवार को दावा किया कि शहर में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्रस्तावित लॉकडाउन से लाखों लोगों को परेशानी होगी। इसने कहा कि पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि इससे कोई लाभ नहीं होगा।
दिल्ली सरकार ने उच्चतम न्यायालय को सूचित किया है कि वह वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पूर्ण लॉकडाउन जैसे कदम उठाने के लिए तैयार है लेकिन पड़ोसी राज्यों के एनसीआर क्षेत्रों में इसे लागू करने पर ही ऐसा कदम सार्थक हो पाएगा।
सीटीआई ने एक बयान में कहा कि विवाह समारोहों के मौसम में दिल्ली के व्यवसायी लॉकडाउन के समर्थन में नहीं हैं। संगठन के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने कहा कि वायु प्रदूषण के कारण प्रस्तावित लॉकडाउन से व्यापारी चिंतित हैं और पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि इससे कोई फायदा नहीं होगा।
सीटीआई ने कहा कि लॉकडाउन प्रदूषण की समस्या का समाधान नहीं है और इससे न केवल अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान होगा, बल्कि इस शादी ब्याह के मौसम में लोगों के रोजगार पर भी असर पड़ेगा। इसने कहा कि शादियों का मौसम शुरू हो गया है और लाखों लोगों को रोजगार देने वाले बैंक्वेट हॉल, होटल, फार्म हाउस, टेंट हाउस लॉकडाउन लागू होने से प्रभावित होंगे।
गोयल ने हालांकि कहा कि दिल्ली के 15 लाख व्यापारी वायु प्रदूषण के मुद्दे पर सरकार के साथ हैं और जो भी फैसला होगा, व्यापारी उसका सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि सीटीआई का मानना है कि लॉकडाउन किसी भी समस्या का अंतिम समाधान होना चाहिए।
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