'लॉकडॉउन का फैसला मोदी सरकार के अहंकार का नतीजा', कोरोना से निपटने के तरीके को लेकर राहुल गांधी का हमला
By शीलेष शर्मा | Published: June 15, 2020 02:58 PM2020-06-15T14:58:22+5:302020-06-15T14:58:22+5:30
राहुल ने अपने ट्वीट के साथ एक ग्राफ़ भी लगाया है जो दिखाता है कि जब से लॉक डॉउन लागू किया देश की अर्थ व्यबस्था लगातार गिरती जा रही है और दूसरी तरफ कॅरोना मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हुयी है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी से निपटने के लिये प्रधानमंत्री मोदी ने जिस ढंग से लॉक डॉउन लागू किया उसे लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है , कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने तो मोदी के लॉक डॉउन लागू करने के तरीके को पागलपन तक करार दे दिया ,आज फिर राहुल ने मोदी पर हमला बोला।
उन्होंने ट्वीट किया और अलबर्ट आइस्टीन का वाक्य लिखा "यह लॉक डॉउन साबित करता है, अज्ञान से ज्यादा एक ही चीज खतरनाक है अहंकार " राहुल का सीधा इशारा मोदी की तरफ था ,हालांकि उन्होंने अपने ट्वीट में मोदी के नाम का उल्लेख तो नहीं किया लेकिन इशारों ही इशारों में बता दिया कि यह व्यंग्य वाण किस पर छोड़ा गया है।
This lock down proves that:
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 15, 2020
“The only thing more dangerous than ignorance is arrogance.”
Albert Einstein pic.twitter.com/XkykIxsYKI
राहुल ने अपने ट्वीट के साथ एक ग्राफ़ भी लगाया है जो दिखाता है कि जब से लॉक डॉउन लागू किया देश की अर्थ व्यबस्था लगातार गिरती जा रही है और दूसरी तरफ कॅरोना मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हुयी है। इस ग्राफ़ के ज़रिये राहुल साबित करना चाहते हैं कि कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने के लिये जो लॉक डॉउन मोदी ने लागू किया उससे कॅरोना कम होने की जगह और तेज़ी से फैलता गया ,और अर्थ व्यबस्था को पटरी पर लाने के लिये लॉक डॉउन जिस तरह खोला उसके बाबजूद अर्थ व्यबस्था गिरती जा रही है। जिसका सीधा अर्थ था " न माया मिली ,न राम"।
राहुल और पार्टी में उनके समर्थक भले ही हमलावर हों लेकिन पार्टी में वरिष्ठ नेताओं का ऐसा वर्ग भी है जो कॅरोना के दौरान मोदी पर लगातार हमले के पक्ष में नहीं है ,अपना नाम उजागर न करने की शर्त पर इस वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम जितने हमलावर होंगे मोदी उसका प्रचार कर उतना ही राजनैतिक लाभ उठाने की कोशिश करेंगे ,बेहतर हो कि हम लोगों की मदद करें और उनका विश्वास हांसिल करें ,लेकिन राहुल समर्थकों की राय है कि लोगों की मदद करने के साथ साथ हमला भी ज़रूरी है ,यही विपक्ष की भूमिका है।