एलएनजेपी आग: कर्मचारियों की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया: अधिकारी
By भाषा | Updated: October 18, 2021 16:57 IST2021-10-18T16:57:20+5:302021-10-18T16:57:20+5:30

एलएनजेपी आग: कर्मचारियों की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया: अधिकारी
नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर यहां लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के सात मंजिला आपातकालीन खंड के जिस सेमिनार कक्ष में रविवार देर रात आग लगी थी, उसमें ताला लगा हुआ था और अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा दिखाई गई सूझबूझ और सतर्कता की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
राष्ट्रीय राजधानी में 1,500 बिस्तरों वाला यह अस्पताल दिल्ली सरकार द्वारा चलाया जाने वाला सबसे बड़ा अस्पताल है और कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए यह मुख्य केंद्र भी है।
अस्पताल की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘यह घटना देर रात लगभग 12:30 बजे की है। हमारे कुछ कर्मचारियों ने सेमिनार कक्ष से धुआं निकलते देखा, जो बंद था। कर्मचारियों ने सूझबूझ और सतर्कता दिखाते हुए, तुरंत कमरा खोला और जब तक दमकल की गाड़ियां वहां पहुंचती, जितना संभव हो सका, आग पर काबू पाने के लिए छोटे अग्निशामक यंत्रों का इस्तेमाल किया।’’
उन्होंने कहा कि आग आपात खंड के भूतल पर स्थित सेमिनार कक्ष में लगी थी और सभी मरीजों को तुरंत स्थानांतरित कर दिया गया था।
दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
एलएनजीपी अस्पताल की अधिकारी और एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा, ‘‘कमरा बंद था और यदि हमारे कर्मचारी सतर्कता नहीं दिखाते तो एक बड़ी घटना हो सकती थी। आग लगने पर बिजली की आपूर्ति भी कुछ देर के लिए ठप हो गई थी, लेकिन धुआं फैलते ही हमने सभी मरीजों को उस मंजिल पर दूसरे क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया।’’
उन्होंने कहा कि इस कमरे का उपयोग चिकित्सकों और अन्य कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने के लिए किया जाता है। अधिकारी ने कहा कि उनके कर्मचारियों को अग्निशमन में प्रशिक्षित किया जाता है और यह प्रशिक्षण काम भी आया।
दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने पहले कहा, ‘‘ दमकल की छह गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।’’ उन्होंने कहा कि आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
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