सीमा पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग करने वाले सेना के मास्टर जनरल ऑफ ऑर्डिनेंस लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र रामराव निंभोरकर को परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है। इसके साथ ही वह सेना में सबसे ज्यादा वीरता पदक और सेवा सम्मान पाने वाले सेवारत अफसर बन गए हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल निंभोरकर को सेवा के हर स्तर पर सम्मान प्राप्त हुआ है। वह लद्दाख, कश्मीर, पुंछ, राजौरी समेत रेगिस्तानी इलाके में भी तैनात रह चुके हैं। बता दें कि निंभोरकर ऑपरेशन विजय के दौरान राजौरी में लड़ते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए थे, इस दौरान उन्हें वाउंड मेडल से नवाजा गया था। इसके अलावा निंभोरकर को द्रास सेक्टर में वीरता के लिए सेना मेडल, नौशेरा में रहने के दौरान विशिष्ट सेवा सेना मेडल, अखनूर में रहने के दौरान विशिष्ट सेवा मेडल, नगरोटा में उत्तम युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है।
वहीं द्रास में बतौर कैप्टन उन्होंने दुश्मन की चौकी पर कब्जा किया था, जबकि मेजर रहते हुए उन्होंने कश्मीर में 22 आतंकियों और दक्षिण कश्मीर में जीओसी रहने के दौरान 55 खूंखार आतंकियों का सफाया करवा दिया था।