'मनमोहन को चूड़ियां भेजने वाली नेता क्यों खामोश?', सुप्रिया सुले ने स्मृति ईरानी की चुप्पी पर उठाए सवाल
By स्वाति सिंह | Updated: September 30, 2020 12:18 IST2020-09-30T12:18:21+5:302020-09-30T12:18:21+5:30
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई पीड़िता का पुलिस द्वारा कथित तौर पर अंतिम संस्कार किए जाने को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा।

कांग्रेस समाजवादी पार्टी, बीएसपी, आम आदमी पार्टी, भीम आर्मी जैसे समेत तमाम राजनीतिक दल और संगठन बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ कथित सामुहिक बलात्कार पर सियासत गरमा गई है। एक तरफ सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा दिख रहा है। दूसरी ओर कांग्रेस समाजवादी पार्टी, बीएसपी, आम आदमी पार्टी, भीम आर्मी जैसे समेत तमाम राजनीतिक दल और संगठन बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया सुले ने सवाल किया, 'प्रधानमंत्री जी इस घटना पर चुप क्यों हैं? पूर्व में प्रधानमंत्री को चूड़ियां भेजने वाली महिला नेता खामोश क्यों हैं?' उन्होंने कहा, 'योगी आदित्यनाथ सरकार को इसका जवाब देना होगा। मुख्यमंत्री पहले अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश की बात करते थे, लेकिन राज्य को अपराध का गढ़ बना दिया है।
प्रधानमंत्री ने की योगी आदित्यनाथ से बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टवीट कर कहा '' आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।'' उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई पीड़िता का पुलिस द्वारा कथित तौर पर अंतिम संस्कार किए जाने को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा और आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार में सिर्फ अन्याय का बोलबाला है।
प्रियंका गांधी ने हाथरस मामले को लेकर योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘रात को 2:30 बजे परिजन गिड़गिड़ाते रहे लेकिन हाथरस की पीड़िता के शरीर को उप्र प्रशासन ने जबरन जला दिया। जब वह जीवित थी तब सरकार ने उसे सुरक्षा नहीं दी। जब उस पर हमला हुआ सरकार ने समय पर इलाज नहीं दिया।’’ कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने दावा किया, ‘‘पीड़िता की मृत्यु के बाद सरकार ने परिजनों से बेटी के अंतिम संस्कार का अधिकार छीना और मृतका को सम्मान तक नहीं दिया। घोर अमानवीयता। आपने अपराध रोका नहीं बल्कि अपराधियों की तरह व्यवहार किया। अत्याचार रोका नहीं, एक मासूम बच्ची और उसके परिवार पर दोगुना अत्याचार किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘योगी आदित्यनाथ, आप इस्तीफा दो। आपके शासन में न्याय नहीं, सिर्फ अन्याय का बोलबाला है।’’
CM योगी ने एसआईटी का गठन किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में दलित युवती के साथ हुये कथित सामूहिक बलात्कार और बाद में इलाज के दौरान हुई उसकी मौत के मामले में बुधवार को तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया, जिसके अध्यक्ष उप्र शासन के गृह सचिव भगवान स्वरूप होंगे। एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करेगी। मुख्यमंत्री ने हाथरस की घटना के लिये दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने के निर्देश भी दिये हैं।
जानें क्या है पूरा मामला?
खबरों के मुताबिक, पुलिस ने हाथरस मामले की पीड़िता का मंगलवार देर अंतिम संस्कार कर दिया। गौरतलब है कि हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय दलित लड़की की मंगलवार सुबह यहां सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।


