महिलाओं और पैसों के इस्तेमाल संबंधी तथागत रॉय के दावे पर वकील ने शिकायतें दर्ज करायीं
By भाषा | Updated: November 23, 2021 18:16 IST2021-11-23T18:16:29+5:302021-11-23T18:16:29+5:30

महिलाओं और पैसों के इस्तेमाल संबंधी तथागत रॉय के दावे पर वकील ने शिकायतें दर्ज करायीं
कोलकाता, 23 नवंबर कोलकाता के एक वकील ने शहर की पुलिस और पश्चिम बंगाल महिला आयोग के पास अलग-अलग शिकायतें दायर कर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय के उस दावे की जांच की मांग की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी खुद की पार्टी के कुछ नेताओं ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान ‘‘महिलाओं और पैसों ’’ का इस्तेमाल किया।
शिकायतकर्ता एवं कलकत्ता उच्च न्यायालय के वकील सायन बनर्जी ने कहा कि रॉय ने सोशल मीडिया पोस्ट में ये आरोप लगाये थे।
उन्होंने बताया, ‘‘मैंने पुलिस में एक शिकायत दायर कर चुनावों के दौरान भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा महिलाओं एवं पैसों का इस्तेमाल करने संबंधी त्रिपुरा और मेघालय के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय के गंभीर आरोपों की जांच की मांग की है। ’’
बनर्जी ने बताया कि उन्होंने महिलाओं के बारे में रॉय के दावे के सिलसिले में पश्चिम बंगाल महिला आयोग के पास एक अन्य शिकायत दायर की है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने पैसों के लेनदेन, यदि कोई हुआ हो, और इस विषय के सिलसिले में किसी महिला को पीड़ित करने की पुलिस द्वारा जांच की मांग करते हुए कहा कि ये भारतीय दंड संहित के तहत दंडनीय अपराध हैं।
बनर्जी ने नौ नवंबर को पुलिस के पास शिकायत दायर की थी और आयोग के पास एक हफ्ते बाद शिकायत दी।
उधर, बंगाल के पूर्व राज्यपाल रॉय ने कहा कि वह अपनी टिप्पणी पर अडिग हैं और इससे पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।
उन्होंने प्रतिक्रिया पूछे जाने पर पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हां, मैं इस बारे में जानता हूं...मैं उस व्यक्ति से पूछूंगा जिसने शिकायत की थी कि उन्हें कानून के बारे में अपनी जानकारी बढ़ानी चाहिए। मैंने किस महिला के खिलाफ वे बयान दिये हैं, क्या वह इस बारे में बता सकते हैं?’’
रॉय ने शनिवार को कहा था कि उन्होंने फिलहाल के लिए भाजपा की प्रदेश इकाई को अलविदा कहने का फैसला किया है।
रॉय ने शनिवार को माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कहा था, ‘‘मैं लोगों से प्रशंसा पाने के लिए ट्विटर पर यह नहीं लिख रहा। मैं ऐसा पार्टी को इस बात से अवगत कराने के लिए कर रहा हूं कि कुछ नेता महिलाओं और पैसों के प्रभाव में आ गये हैं...।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।