देर रात चक्रवाती तूफान 'मैंडूस' ने तमिलनाडु के तट पर दी दस्तक, तेज हवाओं और भारी बारिश की वजह से गिरे कई पेड़, सड़कें जलमग्न
By अनिल शर्मा | Published: December 10, 2022 07:06 AM2022-12-10T07:06:21+5:302022-12-10T10:01:05+5:30
‘मैंडूस’ अरबी भाषा का एक शब्द है और इसका अर्थ है खजाने की पेटी (बॉक्स) और यह नाम संयुक्त अरब अमीरात द्वारा चुना गया था।
चेन्नईः चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ ने शुक्रवार देर रात यहां मामल्लपुरम के निकट दस्तक दी, जिससे तटीय तमिलनाडु में मध्यम से भारी बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख एस. बालाचंद्रन ने कहा, ‘‘चक्रवाती तूफान के दस्तक देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, यह जारी है।’’
वहीं खराब मौसम के कारण चेन्नई हवाई अड्डे पर 13 घरेलू और तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गईं। चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने ट्वीट कर ये जानकारी दी। उन्होंने यात्रियों से अनुरोध है कि वे आगे की जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें।
भारी बारिश और तेज हवाओं की वजह से चेन्नई के एग्मोर इलाके में एक बड़ा पेड़ जड़ से उखड़ गया। चेंगलपट्टू जिले में ईस्ट कोस्ट रोड और चेंगलपट्टू जिले में भी जीएसटी रोड पर पेड़ों के उखड़ने की सूचना है।
चेंगलपट्टू के जिलाधिकारी ने बताया कि बिजली के खंभों को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। वहीं तमिलनाडु के कई इलाकों में सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं। यहां अरुंबक्कम की MMDA कॉलोनी में सड़कों पर जलभराव देखा गया जिससे यातायात प्रभावित हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई में करीब 200 छोटे-बड़े पेड़ उखड़ गए। चेन्नई कमिश्नर गगनदीप सिंह ने कहा कि सक्रिय उपायों से चेन्नई में बड़ा नुकसान टल गया है, जो कि राहत की बात है।
चक्रवाती तूफान के प्रभाव से कई तटीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हुई। ‘मैंडूस’ अरबी भाषा का एक शब्द है और इसका अर्थ है खजाने की पेटी (बॉक्स) और यह नाम संयुक्त अरब अमीरात द्वारा चुना गया था। इससे पूर्व बालाचंद्रन ने संवाददाताओं से कहा था कि चेन्नई और पुडुचेरी के बीच, 1891 से 2021 तक पिछले 130 वर्षों में 12 चक्रवात आ चुके हैं। उन्होंने कहा था, ‘‘ यदि यह चक्रवात मामल्लपुरम के पास तट को पार करता है, तो यह तट को पार करने वाला 13वां चक्रवात होगा (चेन्नई और पुडुचेरी के बीच)।’’
पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा, राहत और बचाव कार्यों के लिए तमिलनाडु राज्य आपदा मोचन बल की 40 सदस्यीय टीम के अलावा 16,000 पुलिसकर्मियों और 1,500 होमगार्ड को तैनात किया गया है। इसके अलावा जिला आपदा मोचन बल की 12 टीम को तैयार रखा गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल की टीम के लगभग 400 कर्मियों को पहले से ही कावेरी डेल्टा क्षेत्रों के पास सहित तटीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है।