Land For Job Scam: राजद प्रमुख लालू प्रसाद और बेटे तेजस्वी यादव को फिर से समन, 29 और 30 जनवरी को ईडी कार्यालय पहुंचे, जानें कहानी
By एस पी सिन्हा | Published: January 19, 2024 05:43 PM2024-01-19T17:43:14+5:302024-01-19T17:44:56+5:30
Land For Job Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जमीन के बदले रेलवे में नौकरी के कथित घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को फिर से समन जारी किया है।
Land For Job Scam: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर केंद्रीय जांच एजेंसियों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कडी में प्रवर्त्तन निदेशालय(ईडी) के अधिकारी राबड़ी आवास पहुंचे और लालू परिवार को नोटिस दिया है। उन्होंने पीले लिफाफे में एक नोटिस रिसीव कराया। ईडी ने लालू-तेजस्वी को समन देकर पूछताछ के लिए आगामी 29 और 30 जनवरी को बुलाया है।
ईडी ने पहले ही इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती सहित कई अन्य के नाम आरोप पत्र में दायर किए हैं। दरअसल, यह मामला रेलवे में नौकरी के बाद जमीन से जुड़ा हुआ है। इससे पहले पिछले साल 6 मार्च बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई की टीम पहुंची थी। जहां सीबीआई ने राबड़ी देवी से 4 घंटे तक पूछताछ की थी।
बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी ने आईआरसीटीसी घोटाला यानी जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री से पूछताछ की थी। वहीं, इसके बाद ईडी की टीम ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित आवास समेत 24 ठिकानों पर छापेमारी की थी। दिल्ली के अलावा एनसीआर, पटना, रांची और मुंबई में रेड की गई थी।
लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी समेत अन्य आरोपी हैं। राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना के पटना स्थित आवास पर भी केंद्रीय एजेंसियां जांच के लिए पहुंची हैं। इधर, 18 जनवरी को नौकरी के बदले जमीन घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय के आरोप पत्र के संज्ञान लेने की कार्रवाई पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था।
राउज एवेन्यू स्थित स्पेशल जज विशाल गोगने की अदालत ने मामले में अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। इसमें लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती समेत सात लोगों को प्रवर्तन निदेशालय ने आरोपित बनाया है। वहीं, सीबीआई ने भी कथित घोटाले से जुड़े मामले में आरोप तय करने के मामले में अपना पक्ष रखा। अदालत ने सीबीआई को 19 जनवरी को अपनी दलील पूरी करने का समय दिया है।
ईडी ने शरद पवार के पोते रोहित को 24 जनवरी को तलब किया
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) घोटाले में धन शोधन जांच के तहत 24 जनवरी को पूछताछ के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार के पोते और महाराष्ट्र के विधायक रोहित पवार को तलब किया है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
ईडी ने पांच जनवरी को बारामती, पुणे, औरंगाबाद और कुछ अन्य स्थानों पर रोहित पवार के स्वामित्व वाली कंपनी बारामती एग्रो और कुछ संबंधित इकाइयों के परिसरों पर छापा मारा था। रोहित पवार (38) महाराष्ट्र विधानसभा में कर्जत-जामखेड सीट से राकांपा विधायक हैं तथा बारामती एग्रो के मालिक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं।
पहली बार विधायक निर्वाचित हुए रोहित राकांपा के शरद पवार गुट से हैं। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक से जुड़ा धन शोधन मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की अगस्त 2019 की प्राथमिकी पर आधारित है। छापों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राकांपा (शरद पवार धड़ा) ने कहा कि रोहित पवार की ‘युवा संघर्ष यात्रा’ ने ‘जड़ों पर चोट’ किया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को असुरक्षित बना दिया है। सूत्रों ने बताया कि रोहित की कंपनी के खिलाफ ईडी की जांच महाराष्ट्र स्थित एक खस्ताहाल सहकारी चीनी फैक्ट्री की खरीद के लिए बोली लगाने वाली कंपनी के धन की हेराफेरी के आरोपों से संबंधित है।