लालू यादव हुए एम्स से डिस्चार्ज, कहा- मेरी सेहत बिगाड़ने के लिए की गई है साजिश
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: April 30, 2018 04:09 PM2018-04-30T16:09:55+5:302018-04-30T16:19:06+5:30
सीबीआई अदालत ने लालू यादव को चारा घोटाले से जुड़े चार मामलों में दोषी पाया है। राजद प्रमुख को इन मामलों में कुल 27.5 साल की सजा हो चुकी है।
राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से सोमवार (30 अप्रैल) को डिस्चार्ज कर दिया गया। हृदय और किडनी से जुड़ी बीमारियों की वजह से राजद प्रमुख यादव को रांची मेडिकल कॉलेज से नई दिल्ली के एम्स में लाया गया था। एम्स ने लालू यादव को डिस्चार्ज करते हुए एक बयान जारी करके कहा कि राजद प्रमुख को जब लाया गया तो उनकी तबीयत काफी खराब थी और अब वो बेहतर हैं। हालांकि राजद प्रमुख यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि लालू यादव को साजिश के तहत रांची भेजा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एम्स में लालू यादव से मुलाकात की।
लालू यादव ने एम्स से डिस्चार्ज होते समय मीडिया से कहा, "ये अन्याय है, ये लालू यादव की सेहत बिगाड़ने की साजिश है। मुझे ऐसी जगह भेजा जा रहा है जहाँ कोई मेडिकल सुविधा नहीं है। ये कठिन वक्त है, मैं इसका सामना करूँगा।" लालू यादव ने भी एम्स प्रशासन को पत्र लिखकर माँग की थी कि उन्हें एम्स में ही रखा जाए और रांची मेडिकल कॉलेज न भेजा जाए। लालू प्रसाद यादव ने पत्र में कहा है कि रांची में पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं नहीं हैं। तेजस्वी यादव ने लालू यादव को एम्स से रांची मेडिकल भेजे जाने को जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया। तेजस्वी यादव ने कहा, "एम्स काफी बेहतर है और मुझे समझ नहीं आता कि ये फैसला क्यों लिया गया। केवल एम्स प्रशासन ही बता सकता है कि लालूजी को ट्रांसफर करने का फैसला क्यों लिया गया है।"
लालू यादव को वापस रांची भेजने को लेकर विवाद, राहुल गांधी ने एम्स में की राजद प्रमुख से मुलाकात
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज करा रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। चारा घोटाले से जुड़े मामलों में जेल की सजा काट रहे बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव को किडनी और हृदय समेत कई बीमारियों का इलाज एम्स में हो रहा है। एम्स प्रशासन ने लालू यादव को दोबारा रांची मेडिकल कॉलेज में वापस भेजने का फैसला किया है। एम्स के इस फैसले से बाद लालू यादव ने एम्स प्रशासन को पत्र लिखकर उन्हें रांची वापस न भेजने की माँग की है। लालू यादव ने अपने पत्र में लिखा है कि रांची के अस्पताल में उनके इलाज के लिए पर्याप्त सुविधाएँ नहीं हैं।
This is unjust, it is a conspiracy to deteriorate Lalu Yadav's health. I am being shifted to a place where there are no facilities. It is a tough time, but I will face it: Lalu Prasad Yadav after being discharged from Delhi's All India Institutes of Medical Sciences (AIIMS) pic.twitter.com/MedRmQzDuK
— ANI (@ANI) April 30, 2018
एम्स ने एक बयान जारी करके कहा है कि लालू प्रसाद यादव को गंभीर रूप से बीमार होने की वजह से रांची से नई दिल्ली लाया गया था। एम्स प्रशासन के अनुसार अब लालू यादव की तबीयत काफी सुधर गयी है इसलिए उन्हें वापस रांची मेडिकल कॉलेज वापस भेजा जा रहा है। वहीं लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मीडिया से कहा कि उनके पिता को नई दिल्ली के एम्स से रांची वापस भेजने का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पिता के लिए एम्स ज्यादा बेहतर है और वो समझ नहीं पा रहे हैं कि एम्स प्रशासन ने ऐसा फैसला क्यों लिया। तेजस्वी यादव ने कहा, "केवल एम्स प्रशासन ही बता सकता है कि लालूजी का अचानक से ट्रांसफर क्यों किया जा रहा है।"
The decision to shift Laluji from AIIMS to Ranchi Hospital has been taken in haste. AIIMS is much better and I wonder why this decision has been taken. Only AIIMS authorities can reveal the reason behind the sudden transfer of Laluji: RJD leader Tejashwi Yadav pic.twitter.com/FSz5ZOnFpN
— ANI (@ANI) April 30, 2018
लालू यादव को चारा घोटाले से जुड़े देवघर कोषागार, चाईबासा कोषागार और दुमका कोषागार मामले में सजा हो चुकी है। लालू यादव को पाँच में से चार मामलों मे कुल 27.5 साल की सजा हो चुकी है। हालाँकि इनमें से कुछ सजाएँ साथ चलेंगी इसलिए राजद प्रमुख को इतने साल जेल में नहीं गुजारने होंगे।