बुआ की अर्थी को तेजस्वी व तेजप्रताप ने दिया कंधा, रोते हुए बोले-पापा की वजह से सदमें में थीं
By रामदीप मिश्रा | Published: January 8, 2018 08:57 AM2018-01-08T08:57:54+5:302018-01-08T09:10:28+5:30
गंगोत्री देवी लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद बहुत परेशान हो गई थीं और उन्होंने लालू की रिहाई के लिए शनिवार को उपवास रखा था।
लालू प्रसाद यादव की बड़ी बहन गंगोत्री देवी का रविवार को निधन हो गया, जिसके बाद उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। निधन की सूचना मिलते ही बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और अपने दोनों बेटों तेजस्वी प्रसाद यादव व तेजप्रताप यादव के साथ सर्वेंट क्वार्टर पहुंचीं। यहां उन्होंने गंगोत्री देवी का अंतिम दर्शन किए।
बताया जा रहा है कि गंगोत्री देवी लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद बहुत परेशान हो गई थीं और उन्होंने लालू की रिहाई के लिए शनिवार को उपवास रखा था। लालू की सजा होने की सूचना मिलने ही वो सदमे में चली गई थीं। वहीं, परिवार के लोगों का कहना है कि सदमे से उनकी मौत हुई है।
इस दौरान सोमवार को तेजस्वी यादव ने फेसबुक कहा कि कल पटना में हमारी बुआ जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू प्रसाद यादव जी की एक मात्र बहन गंगोत्री देवी जी का आकस्मिक निधन हो गया। आज उनका अंतिम संस्कार गांव ग्राम चक्रपान (पंचदेवरी) जिला, गोपालगंज में सम्पन्न होगा। ईश्वर उनके आत्मा को शांति दे। दुखद श्रद्धांजलि।
लालू प्रसाद की गैर मौजूदगी में गंगोत्री देवी की अर्थी को तेजस्वी और तेजप्रताप यादव ने कंधा दिया। वहीं, बुआ को देख तेज प्रताप व तेजस्वी अपने आंसू रोक नहीं पाए और तेजस्वी ने कहा कि बुआ की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। यह समय बहुत ही दुखद है। बुआ की मौत की खबर पापा को दे दी गई। बुआ पापा को खूब मानती थी।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को 'चारा घोटाला' के एक मामले में शनिवार को साढ़े तीन साल जेल की सजा सुनाई गई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने सजा की अवधि पर बहस पूरी होने के बाद उन्हें सजा सुनाई।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री पर इस मामले में पांच लाख रुपए जुर्माना लगा है। अदालत ने बीती 23 दिसंबर को इस संबंध में लालू प्रसाद और 15 अन्य लोगों को दोषी करार दिया था।