लखीमपुर खीरी हिंसा: केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा बोले- साजिश रची गई, गाड़ी से खींच-खींच कर कार्यकर्ताओं की हत्या
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 4, 2021 13:34 IST2021-10-04T13:32:38+5:302021-10-04T13:34:21+5:30
Lakhimpur Kheri UPDATES: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव में आयोजित किए जा रहे एक कार्यक्रम में शिरकत करने के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई।

लखीमपुर खीरी हिंसा: केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा बोले- साजिश रची गई, गाड़ी से खींच-खींच कर कार्यकर्ताओं की हत्या
लखीमपुर खीरीः लखीमपुर खीरी मामले को लेकर निशाने पर आए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने इस घटना में अपने खिलाफ साजिश रचे जाने का आरोप लगाया है। मिश्रा ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें लगता है कि इस मामले में उनके खिलाफ साजिश की गई है।
उन्होंने कहा, “प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच छुपे कुछ अराजक तत्वों ने वारदात के दौरान घायल हुए लोगों को पीट-पीटकर उनसे कहा कि तुम मंत्री का नाम लो।” मिश्रा ने यह भी कहा, “मेरे बेटे पर भी आरोप लगाने का प्रयास किया गया है। जिस तरह गाड़ी से खींच-खींच कर हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या की गई, यह हो सकता है कि मेरे बेटे की हत्या की योजना रही हो।”
उन्होंने दावा किया कि प्रदर्शन के दौरान भीड़ में बहराइच, पीलीभीत तथा कुछ अन्य जिलों के लोगों के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है। ऐसा लगता है कि पहले से ही कोई साजिश रची गई थी। मिश्रा ने कहा, “मेरी प्रशासन और मुख्यमंत्री जी से मांग है कि हमारे जो कार्यकर्ता मारे गए हैं, उनके परिजन को 50-50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए और घटना की चाहे न्यायिक जांच, सीबीआई जांच या किसी भी तरह की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।”
I demand that Rs 50 lakhs be given to the families of each BJP worker who were killed yesterday. The matter should be investigated either by CBI, SIT or by a sitting/retired judge and strict action be taken against the culprits: Union Minister Ajay Mishra Teni in Lakhimpur Kheri https://t.co/aSSy3PAvpT
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने एक सवाल पर कहा कि उन्हें यह नहीं मालूम कि रविवार को हुई वारदात में किसानों की मौत किन परिस्थितियों में हुई। अपने बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने से संबंधित सवाल पर मिश्रा ने कहा, “इस एफआईआर का कोई औचित्य नहीं है और अगर मुकदमा दर्ज किया गया है तो यह गलत तथ्यों पर आधारित होगा। मुझे शासन पर पूरा विश्वास है। जब जांच में सुबूत सामने आएंगे तो स्थिति अपने आप साफ हो जाएगी।”
सरकार से अपनी बर्खास्तगी की भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत की मांग के बारे में पूछे जाने पर मिश्रा ने कहा, “राकेश टिकैत लगातार इस देश में अस्थिरता फैलाने का काम कर रहे हैं। वह ऐसी हर घटना पर राजनीति करते हैं। ऐसे में उन्हीं पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।”
गौरतलब है कि रविवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव में आयोजित किए जा रहे एक कार्यक्रम में शिरकत करने के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। आरोप है कि मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी जिससे उनकी मौत हुई। इस मामले में आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।