लाइव न्यूज़ :

लद्दाख गतिरोध: भारत और चीन की सेनाओं के बीच नौंवे दौर की सैन्य वार्ता जारी, जानें सेना के कौन से अधिकारी कर रहे हैं देश का नेतृत्व

By अनुराग आनंद | Updated: January 24, 2021 15:29 IST

भारत और चीन दोनों देशों के सेना अधिकारियों के बीच बैठक एलएसी पर चीन के मोल्डो बीपीएम-हट में चल रही है।

Open in App
ठळक मुद्देदोनों देशों के बीच मीटिंग का एजेंडा डिसइंगेजमेंट और डि-एस्कलेशन होगा।चीन के साथ वार्ता से ठीक पहले वायुसेना के प्रमुख ने कहा कि अगर चीनी सेना आक्रमक हो सकती है, तो हम भी हो सकते हैं।

नयी दिल्ली: करीब ढाई महीने के अंतराल के बाद भारत और चीन की सेना के बीच रविवार को नौवें दौर की वार्ता हो रही है। कोर कमांडर स्तर की इस वार्ता का उद्देश्य पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया पर आगे बढ़ना है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की ओर मोल्दो सीमावर्ती क्षेत्र में पूर्वाह्न दस बजे शुरु हुई। इससे पहले, छह नवंबर को हुई आठवें दौर की वार्ता में दोनों पक्षों ने टकराव वाले खास स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने पर व्यापक चर्चा की थी।

वायुसेना के प्रमुख ने चीन से वार्ता के बीच दिया ये बड़ा बयान-

वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14 वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन कर रहे हैं। वहीं, चीन के साथ सैन्य वार्ता से पहले देश के वायुसेना अध्यक्ष का बड़ा बयान दिया है। वायुसेना के प्रमुख ने कहा कि अगर चीनी सेना आक्रमक हो सकती है, तो हम भी हो सकते हैं। डेजर्ट नाइट अभ्यास के बीच एयरचीफ मार्शल ने यह बात कही है। बता दें कि चीन से जारी विवाद के बीच 8 राफेल पहले ही आ चुके हैं और 3 राफेल इस महीने के अंत तक आ जाएंगे। 2023 तक सभी 114 राफेल वतन के हवाले होंगे।

दोनों देशों के बीच ये बैठक एलएसी पर चीन के मोल्डो में हो रही है-

जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना की तरफ से लेह स्थित 14वीं कोर (फायर एंड फ्यूरी कोर) के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन, जबकि चीन की तरफ से पीएलए के दक्षिणी झिंगज्यांग डिस्ट्रिक के कमांडर इस बातचीत का नेतृत्व कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच ये बैठक एलएसी पर चीन के मोल्डो बीपीएम-हट में चल रही है। मीटिंग का एजेंडा डिसइंगेजमेंट और डि-एस्कलेशन होगा यानी दोनों देशों के सैनिक एलएसी से पीछे हट जाएं और सैनिकों की तादाद भी कम कर दी जाए।

(एजेंसी इनपुट)

टॅग्स :चीनभारत
Open in App

संबंधित खबरें

विश्व7 सिस्टर्स को भारत से अलग कर देंगे: बांग्लादेश नेता की गीदड़ भभकी, असम के सीएम ने भी दिया करारा जवाब, VIDEO

क्रिकेटU19 Asia Cup 2025: भारत ने मलेशिया को 315 रनों से रौंदा, दीपेश देवेंद्रन ने झटके 5 विकेट, विरोधी टीम 93 रनों पर ढेर

क्रिकेटU19 Asia Cup 2025: कौन हैं अभिज्ञान कुंडू? अंडर-19 एशिया कप में दोहरा शतक ठोकने वाले 17 वर्षीय बल्लेबाज

भारतलद्दाख मोर्चे पर अब भारतीय सैनिकों का मुकाबला चीनी रोबोट सिपाहियों से, एलएसी पर तैनात रोबोट सिपाही

क्रिकेटIND vs PAK, U19 Asia Cup 2025: भारत ने पाकिस्तान को 90 रनों से हराया, आरोन जॉर्ज ने बल्ले से तो दीपेश- कनिष्क ने गेंद से किया कमाल

भारत अधिक खबरें

भारतदिल्ली में 17 दिसंबर को ‘लोकमत पार्लियामेंटरी अवॉर्ड’ का भव्य समारोह

भारतछत्तीसगढ़ को शांति, विश्वास और उज्ज्वल भविष्य का प्रदेश बनाना राज्य सरकार का अटल संकल्प: 34 माओवादी कैडरों के आत्मसमर्पण पर बोले सीएम साय

भारतकौन हैं ऋतुराज सिन्हा?, नितिन नबीन की जगह दी जाएगी बड़ी जिम्मेदारी

भारतहैदराबाद का रहने वाला था बोंडी बीच शूटर साजिद अकरम, उसका बेटा ऑस्ट्रेलियाई नागरिक, तेलंगाना पुलिस ने की पुष्टि

भारतभाजपा को मां के समान मानते?, बिहार प्रमुख संजय सरावगी बोले-आगे बढ़ाने की दिशा में ईमानदारी से काम करेंगे