कोलकाता: IIIT-कल्याणी में 72 घंटे से छात्र भूख हड़ताल पर, 5 पहुंचे अस्पताल, प्रशासन के कान पर नहीं रेंग रही जूं
By विनीत कुमार | Published: January 30, 2019 03:18 PM2019-01-30T15:18:56+5:302019-01-30T15:18:56+5:30
छात्र चाहते हैं जब तक नई बिल्डिंग नहीं बन जाती उन्हें कम से कम आईआईटी खड़गपुर स्थानांतरित कर दिया जाए।
पिछले 12 दिनों से हड़ताल पर बैठे कोलकाता के कल्याणी स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) के छात्रों ने अब अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल शुरू कर दी है। यह छात्र बेहतर कैंपस, लैब, सुविधाएं और सुरक्षा की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं और इनकी संख्या 200 से ज्यादा है।
इस विरोध से बात नहीं बनी तो 35 छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू की और अब आलम ये है कि पिछले 3 दिनों में 5 अस्पताल पहुंच चुके हैं। भूख हड़ताल करने वाले छात्रों में 5 लड़कियां भी हैं। बहरहाल, छात्र अब भी अपनी मांगों के लिए डटे हुए हैं लेकिन पूरा प्रशासनिक अमला उन्हें ठोस आश्वसन देने की भी स्थिति में नहीं है। छात्र अपनी मांग को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) को लगातार ट्वीट कर रहे हैं, चिट्ठी लिख चुके हैं लेकिन यहां से भी उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है।
IIIT कल्याणी के छात्र क्यों है भूख हड़ताल पर
IIIT, कल्याणी के छात्रों की मूल मांग बेहतर कैंपस और सुरक्षित हॉस्टल को लेकर है। कॉलेज के पास अपनी बिल्डिंग नहीं है और हॉस्टल भी अस्थायी है। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर कुल जमा तीन क्लासरूम हैं, 3 कम्प्यूटर लैब हैं और एक छोटी सी लाइब्रेरी है। कम्प्यूटर के जो लैब हैं वे भी बेहतर हालत में नहीं हैं।
भारत सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार के संयुक्त समझौते और पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत इस कॉलेज की शुरुआत कोलकाता में 2014 में हुई और तब से अलग बिल्डिंग की बात हो रही है लेकिन स्थिति जस की तस है।
छात्रों के अनुसार हॉस्टल की स्थिति और खराब है। लड़के और लड़कियों दोनों के ही हॉस्टल में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था नहीं है और पिछले कुछ महीनों में स्थानीय लोगों से झगड़े, छेड़खानी और चाकूबाजी तक के मामले सामने आ चुके हैं। एक छात्र के मुताबिक, 'लड़कों के हॉस्टल में पिछले साल कुछ स्थानीय लोग चाकू लेकर बिल्डिंग में आ गये और मारपीट हुई।'
छात्रों के अनुसार उन्होंने जब पुलिस का रूख किया तो कॉलेज प्रशासन ने कहा कि छात्रों को ऐसे मामलों की सूचना पुलिस को देने की बजाय पहले उनसे साझा करनी चाहिए था। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल की बिल्डिंग को बदलने की भी बात की लेकिन फिलहाल इसे लेकर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
छात्रों का यह भी आरोप है कि मेडिकल सुविधा के नाम पर कॉलेज और हॉस्टल में भी कोई सुविधा नहीं है। छात्रों के अनुसार आलम ये है कि अगर रात में अगर जरूरत पड़े तो एंबुलेंस तक की व्यवस्था कई बार कॉलेज प्रशासन नहीं कर पाता और इसके लिए उन्हें स्तर पर हमेशा प्रयास करना होता है।
दौरे पर दौरे लेकिन कोई नहीं दे रहा आश्वसन
पिछले दो दिनों में जब भूख हड़ताल के कारण छात्रों के तबीयत खराब होने की खबरें स्थानीय मीडिया में फैली तो कुछ एक स्थानीय नेताओं का दौरा शुरू है। इससे पहले कॉलेज प्रशासन भी हर स्तर पर छात्रों को मनाने की कोशिश कर चुका है। छात्रों के अनुसार लगातार प्रशासन से बात हो रही है लेकिन लिखित आश्वासन देने को कोई तैयार नहीं है।
छात्र चाहते हैं जब तक नई बिल्डिंग नहीं बन जाती उन्हें कम से कम आईआईटी खड़गपुर स्थानांतरित कर दिया जाए ताकि वे बेहतर सुविधा का लाभ उठा सकें और अपनी पढ़ाई जारी रख सके। IIT खड़गपुर फिलहाल IIIT क्लयाणी का मेंटॉर है।
कॉलेज प्रशासन और MHRD का क्या है जवाब
खबर लिखे जाने तक इस पूरे मसले पर जब लोकमत न्यूज ने कॉलेज प्रशासन से बात करनी चाही तो कोई जवाब नहीं मिल सका। कॉलेज रजिस्ट्रार शंभुनाथ दत्ता ने पहले कहा कि डायरेक्टर पीपी चक्रवर्ती इस पर बात करेंगे और वह संबंधित नंबर भेज रहे हैं। हालांकि, इसके बाद दोबारा कोशिश (मैसेज और कॉल) के बावजूद शंभुनाथ दत्ता ने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, MHRD के अनुसार सभी IIIT के लिए फंड जारी किये जा चुके है और बिल्डिंग्स का निर्माण आने वाले समय में पूरा हो जाएगा।
सोशल मीडिया पर 20 हजार से ज्यादा ट्वीट
सोशल मीडिया पर छात्र अपनी मांग और चल रहे प्रदर्शन को लेकर लगातार ट्वीट कर रहे हैं। एक छात्र के अनुसार 18 जनवरी से हड़ताल शुरू होने के बाद अब तक अलग-अलग हैशटैग से 20 हजार से ज्यादा ट्वीट किये जा चुके हैं। इसमें #IIITKalyaniOnStrike और #IIITKalyani से हैशटैग मुख्य हैं। छात्र इसमें लगातार पीएम नरेंद्र मोदी और MHRD मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को टैग कर रहे लेकिन अब भी इन्हें जवाब का इंतजार है।
4th day of #HungerStrike at IIIT Kalyani, 6 students already in the hospital and still no response from MHRD. Such is the condition of nation's finest. #IIITKalyaniDemandsCampus#IIITKalyaniOnStrike @HRDMinistry@narendramodi
— Sanny Kumar (@SannyKu69562909) January 30, 2019
IIIT KALYANI ( West Bengal ), have imposed new rule "If you demands campus ,Then you will be departed to home". Great dictatorship of Administration. Please help us @PrakashJavdekar Sir. #HungerStrike#IIITKalyaniDemandsCampus@aajtak
— Nimish Mishra (@ellessar_) January 30, 2019
What does IIIT KALYANI have.. :
— Abhishek Kommu (@KommuAbhishek) January 30, 2019
A name of INI..✅
A mentorship of IIIT KGP..✅
Proper facilities.. ❌
CAMPUS.. ❌#HungeStrike#IIITKalyaniDemandsCampus @HRDMinistry@PMOIndia @PrakashJavdekar @sudhirchaudhary @MamataOfficial@abpnewshindi
It's difficult study in a stress-free environment here at IIIT Kalyani as we are being fooled by both college authorities & CPWD #HungerStrike#IIITKalyaniDemandsCampus@narendramodi@PrakashJavdekar@HRDMinistry@SushmaSwaraj@Swamy39@aajtak@ZeeNews
— Utkarsh Baranwal (@ukbaranwal31) January 30, 2019
जब स्टूडेंट ही नहीं रहेंगे तो परीक्षा पर चर्चा क्या खाक होगी... आज इस देश मे विद्यार्थी को अपना हक भुख हड़ताल से भी नहीं मिल रहा है....@narendramodi
— Satya Singh (@SatyaPr8115) January 30, 2019
@PrakashJavdekar
सब सो रहे..IIIT Kalyani के छात्र आज 4 दिनों से भूखे है.. पर किसे फर्क पड़ता है..
क्या है नये बन रहे बिल्डिंग की स्थिति
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 30 जून, 2015 को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 128 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित बिल्डिंग की आधारशिल रखी। इसका निर्माण कल्याणी एक्सप्रेसवे के पास करीब 50 एकड़ की जमीन पर होना है लेकिन अब तक केवल बाउंड्री वॉल ही बनाई जा सकी है।