लोकसभा चुनाव: जानिए, तुषार वेलापल्ली के बार में जिनसे वायनाड में राहुल गांधी का होगा सामना
By विनीत कुमार | Published: April 4, 2019 02:30 PM2019-04-04T14:30:53+5:302019-04-04T14:30:53+5:30
राज्य में सत्तारूढ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) ने पीपी सुनीर को अपना उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में यहां मुकाबला एक तरह से त्रिकोणीय हो गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार दो सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अमेठी से वह पिछले तीन बार से सांसद हैं पर सभी की नजर केरल के वायनाड पर जा टिकी हैं, जिसे राहुल ने अपनी दूसरी सीट बनाई है। राहुल का सामना यहां एनडीए उम्मीदवार तुषार वेलापल्ली से होना है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कुछ दिन पहले ही तुषार के नाम की घोषणा की थी। तुषार भारत धर्म जन सेना (बीडीजेएस) से हैं जो केरल में बीजेपी की सहयोगी दल है।
कौन हैं तुषार वेलापल्ली
तुषार वेलापल्ली दरअसल वेलापल्ली नातेसन के बेटे हैं। नातेसन श्री नाराणयन धर्म पारीपलाना (एसएनडीपी) योगम के महासचिव हैं। यह संगठन इझावा समाज के लोगों की बेहतरी के लिए काम करता है। इझावा समाज एक पिछड़ी जाति है जिसकी राज्य में जनसंख्या काफी कम है। वायनाड में इझावा समुदाय के लोगों की अच्छी खासी संख्या है और हर चुनाव में इस समुदाय का असर भी नजर आता है।
राज्य में सत्तारूढ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) ने पीपी सुनीर को अपना उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में यहां मुकाबला एक तरह से त्रिकोणीय हो गया है। कई जानकार मान रहे हैं कि कांग्रेस का सामना मुख्य तौर पर यहां एनडीए से नहीं बल्कि वामदलों से है।
हालांकि, राहुल ने इसे लेकर रक्षात्मक रवैया अपनाया है। राहुल ने गुरुवार को वायानाड से नामांकन भरने के बाद कहा कि वे पूरे चुनावी कैंपेन में सीपीएम के खिलाफ कोई बात नहीं कहेंगे। राहुल ने कहा, 'मैं जानता हूं कि सीपीएम में मेरे भाई और बहन अब मेरे खिलाफ हमला करेंगे लेकिन मैं उनके खिलाफ या सीपीएम के खिलाफ पूरे कैंपेन में कोई बात नहीं कहने जा रहा हूं।'