जानिए कौन है आतंकवादियों के साथ पकड़ा गया DSP देविंदर सिंह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 13, 2020 12:40 PM2020-01-13T12:40:02+5:302020-01-13T12:40:02+5:30
श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात डीएसपी दविंदर सिंह को कुलगाम जिले के वानपोह में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नवीद बाबू के साथ पकड़ा गया।
श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर वाहन में यात्रा कर रहे दो आतंकवादियों के साथ राष्ट्रपति पदक से सम्मानित डीएसपी देविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी दिल्ली की ओर जा रहे थे। और किसी बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। साल 2001 में संसद पर हुए अटैक में पहली बार डीएसपी देविंदर सिंह का नाम सामने आया था।
बता दें कि श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात डीएसपी दविंदर सिंह को कुलगाम जिले के वानपोह में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नवीद बाबू के साथ पकड़ा गया।
कौन है डीएसपी देविंदर सिंह
यह पहली बार नहीं है जब डीएसपी सिंह का नाम गलत कारणों से खबरों में है। संसद में हमले के दोष में फांसी पर चढ़ाए गए अफजल गुरु ने पहली बार डीएसपी सिंह का जिक्र किया था। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अफजल गुरु ने 2004 में अपने वकील सुशील कुमार को एक चिट्ठी में लिखा कि देविंदर सिंह ने ही उसे संसद हमले के सह आरोपी ‘‘मोहम्मद’’ को साथ लेकर ‘‘दिल्ली जाने और उसके लिए मकान किराए पर लेने तथा कार खरीदने को कहा था।’’ उस वक्त सिंह विशेष अभियान समूह में डीएसपी थे।
अधिकारियों के मुताबिक उस वक्त सिंह पर लगे आरोपों को साबित करने के लिए पुख्ता सबूत नहीं मिले। लेकिन आतंकवादियों को लेकर जाते हुए शनिवार को हुई उनकी गिरफ्तारी ने गुरु द्वारा उठाए गए सवालों और लगाए गए आरोपों को फिर से जिंदा कर दिया है। अफजल गुरु को 9 फरवरी, 2013 को दोषी ठहराया गया और फांसी दे दी गई।
कहा जा रहा है कि डीएसपी की मदद से आतंकी दिल्ली में प्रवेश करने वाले थे। बाद में डीएसपी के श्रीनगर स्थित घर की तलाशी में एक एके-47, दो पिस्टल तथा तीन ग्रेनेड मिले। त्राल में पैतृक घर की भी तलाशी ली गई। बताते हैं कि जम्मू जाने के लिए डीएसपी ने चार दिन की छुट्टी ली थी।
गिरफ्तार आतंकियों में लश्कर का शोपियां जिला कमांडर सईद नवीद मुश्ताक उर्फ नवीद बाबू तथा हिजबुल का अल्ताफ आसिफ डार शामिल हैं। नवीद ए प्लस कैटेगरी का आतंकी है। शोपियां के नाजीपोरा निवासी नवीद दो मई, 2014 से संगठन में सक्रिय है।