उन्नाव रेप कांडः पीड़िता और वकील दोनों अभी भी होश में नहीं हैं, हालत में खास सुधार नहीं, अभी भी वेंटीलेटर पर
By भाषा | Published: July 31, 2019 07:33 PM2019-07-31T19:33:00+5:302019-07-31T19:33:00+5:30
पीड़िता अभी भी वेंटीलेटर पर है जबकि उसके वकील को आज भी कुछ देर के लिए वेंटीलेटर से हटाकर देखा गया। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया, ‘‘पीड़िता के शरीर में कई जगह हड्डियां टूटी हैं, साथ ही सीने में भी चोट है। आज पीड़िता की हालत में बहुत थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन अभी इसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता।
रायबरेली सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हुई उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता और उनके वकील की हालत में कुछ खास सुधार नहीं है। दोनों अभी भी होश में नहीं हैं।
पीड़िता अभी भी वेंटीलेटर पर है जबकि उसके वकील को आज भी कुछ देर के लिए वेंटीलेटर से हटाकर देखा गया। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया, ‘‘पीड़िता के शरीर में कई जगह हड्डियां टूटी हैं, साथ ही सीने में भी चोट है। आज पीड़िता की हालत में बहुत थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन अभी इसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता।
पीड़िता को अभी तक होश नहीं आया है।'' उन्होंने बताया कि पीड़िता का कल सीटी स्कैन कराया गया था लेकिन सिर में कोई चोट फिलहाल नजर नहीं आई थी। लेकिन इसके बावजूद सिर में जख्म से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि बहुत सी सिर की चोटें सीटी स्कैन में नजर नहीं आतीं।
King George's Medical University, Lucknow (where Unnao rape survivor & her lawyer are being treated): Both patients are stable, slight imporvement in condition of the rape survivor. Both patients still in critical condition.
— ANI UP (@ANINewsUP) July 31, 2019
पीड़िता की हालत स्थिर है और डॉक्टरों की टीम 24 घंटे से उसकी निगरानी कर रही है। अभी भी वह वेंटीलेटर पर है।'' तिवारी ने बताया कि घायल वकील को आज भी दिन में कुछ देर के लिए वेंटीलेटर से हटाकर देखा गया था, इस दौरान उनकी तबीयत स्थिर रही।
बाद में फिर उन्हें वेंटीलेटर पर कर दिया गया। उनसे जब पूछा गया कि क्या इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों से विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाने की कोई योजना है, तो उन्होंने कहा कि केजीएमयू के पास विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी नहीं है। लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो हम शहर के दूसरे अस्पतालों - संजय गांधी पीजीआई और लोहिया अस्पताल - के डॉक्टरों को भी बुला सकते हैं।