17 दिन साइकिल चला गुजरात से दिल्ली पहुंचे खेमचंदभाई, भाजपा समर्थक से मिले प्रधानमंत्री मोदी
By भाषा | Updated: July 3, 2019 20:55 IST2019-07-03T20:55:35+5:302019-07-03T20:55:35+5:30
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘अमरेली के गुजरात से आये असाधारण खेमचंदभाई से मुलाकात की। खेमचंदभाई ने फैसला किया था कि यदि भाजपा 300 से अधिक सीटें जीतती है तो वह अमरेली से दिल्ली साइकिल से सफर करेंगे। वह अपनी बात पर कायम रहे और मुझे बताया गया है कि साइकिल यात्रा से उनके कई प्रशंसक बन गये हैं।’’

दूरी तय करने में मुझे 17 दिन लग गए। मैंने पीएम से बात की, उन्होंने मुझसे कहा कि आप में बहुत साहस है।
प्रधानमंत्राी नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गुजरात के अमरेली जिले से साइकिल से आने वाले पार्टी समर्थक से मुलाकात की। समर्थक ने लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत का जश्न मनाने के लिए यह यात्रा की।
खेमचंदभाई ने निर्णय लिया था कि यदि भाजपा चुनावों में 300 से अधिक सीटें जीतती है तो 1000 किलोमीटर से अधिक साइकिल की यात्रा करेंगे। पार्टी ने लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर फतह हासिल की।
खेमचंदभाई की दो हफ्ते की साइकिल यात्रा को ‘असाधारण’ बताते हुए मोदी ने कहा, ‘‘उनकी विनम्रता से वह बहुत प्रभावित हुए।’’ मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘अमरेली के गुजरात से आये असाधारण खेमचंदभाई से मुलाकात की। खेमचंदभाई ने फैसला किया था कि यदि भाजपा 300 से अधिक सीटें जीतती है तो वह अमरेली से दिल्ली साइकिल से सफर करेंगे। वह अपनी बात पर कायम रहे और मुझे बताया गया है कि साइकिल यात्रा से उनके कई प्रशंसक बन गये हैं।’’
Met the exceptional Khimchandbhai from Amreli, Gujarat.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2019
Khimchandbhai decided that if BJP wins 300+ seats, he would cycle from Amreli to Delhi. He kept his word and am told that his cycle journey has drawn several admirers.
I was deeply impressed by his humility and passion. pic.twitter.com/jtfDggCsHv
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनकी विनम्रता और जज्बे से बेहद प्रभावित हुआ।’’ खेमचंदभाई ने कहा, 'मैंने संकल्प लिया था कि अगर बीजेपी को 300 से अधिक सीटें मिलती हैं तो मैं उन्हें बधाई देने के लिए साइकिल पर दिल्ली आऊंगा। दूरी तय करने में मुझे 17 दिन लग गए। मैंने पीएम से बात की, उन्होंने मुझसे कहा कि आप में बहुत साहस है। मैं परसों अमित शाह से मिलूंगा।'
अपनी इस यात्रा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, '1170 किलोमीटर की दूरी तय करने में मुझे लगभग 17 दिन लग गए, मैं लगभग 70-80 किलोमीटर की दूरी रोजाना तय करता था। मैं अपने रास्ते में मंदिरों और आश्रमों में रहा करता था।'