कश्मीर के युवा आतंकी समूह में शामिल नहीं हो रहे हैं, नई स्थानीय भर्ती की कोई खबर नहीं, लेकिन घुसपैठ जारीः डीजीपी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 11, 2019 06:52 PM2019-09-11T18:52:28+5:302019-09-11T18:52:28+5:30
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा, ‘‘घुसपैठ की कई खबरें आई हैं। आतंकवादियों ने राजौरी, पुंछ, गुरेज़, करनाह सहित कुछ क्षेत्रों में घुसपैठ की कोशिश की। गुलमर्ग सेक्टर में, हाल ही में दो आतंकवादी पकड़े गए, जिन्हें मीडिया के सामने पेश किया गया था। अब, हम यह सत्यापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या कोई घुसपैठ हुई है।’’
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बुधवार को कहा कि हाल के दिनों में राज्य में जहां जनजीवन सामान्य हो रहा है वहां स्थानीय युवाओं के आतंकवादी समूहों में शामिल होने कोई सूचना नहीं है।
डीजीपी ने यह भी कहा कि दक्षिण कश्मीर में फल कारोबारियों को आतंकवादियों की धमकी मिलने की कुछ घटनाएं सामने आयी हैं, लेकिन पुलिस स्थिति को लेकर सजग है और ‘‘हमारा काम प्रक्रिया को सुविधाजनक बना यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी उन्हें परेशान न कर पाए’’।
सिंह ने बताया, ‘‘आतंकवादी समूहों में किसी भी नई स्थानीय भर्ती की कोई खबर नहीं मिली है। कुछ युवाओं को गुमराह (पहले कभी) किया गया था और गुस्से में वे भटक गए थे और हम उनमें से कई को वापस लाने में सफल रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘घुसपैठ की कुछ खबरें हैं और हमने हाल ही में देखा कि गुलमर्ग सेक्टर में सेना ने दो पाकिस्तानी आतंकवादियों को पकड़ा है।’’
J&K DGP Dilbag Singh: Today morning on specific information, nakas were laid. He (Asif) was challenged to stop but he didn't. He threw grenade at our parties in which 2 of our police personnel were injured; they are out of danger. https://t.co/gN11vvA7Pb
— ANI (@ANI) September 11, 2019
उन्होंने कहा, ‘‘घुसपैठ की कई खबरें आई हैं। आतंकवादियों ने राजौरी, पुंछ, गुरेज़, करनाह सहित कुछ क्षेत्रों में घुसपैठ की कोशिश की। गुलमर्ग सेक्टर में, हाल ही में दो आतंकवादी पकड़े गए, जिन्हें मीडिया के सामने पेश किया गया था। अब, हम यह सत्यापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या कोई घुसपैठ हुई है।’’
डीजीपी ने कहा कि ‘‘पाकिस्तानी एजेंसियां आतंकवादियों को कश्मीर में घुसपैठ कराने के लिए बहुत बेताब हैं लेकिन हम उन्हें जवाब देने और उनके प्रयासों को विफल करने के लिए बेहद सक्रिय हैं।’’ घाटी की मौजूदा स्थिति पर, पुलिस प्रमुख ने कहा, ‘‘जनजीवन सामान्य स्थिति की ओर लौट रहा है और लोग अपना कामकाज कर रहे हैं। स्कूल और कार्यालय खुलने लगे हैं।’’
हालांकि, सिंह ने कहा कि दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा फल कारोबारियों को धमकाने की कुछ घटनाएं सामने आयी हैं। आतंकवादी उन्हें फल नहीं लेने की धमकी दे रहे हैं, लेकिन लोग फिर भी अपना काम कर रहे हैं।
डीजीपी ने कहा, ‘‘हमारा काम प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाना है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई भी लोगों को परेशान न कर पाए... हम लोगों को यह नहीं बताते हैं कि उन्हें क्या करना है या क्या नहीं करना है।’’
उन्होंने कहा कि बुधवार को भी दक्षिण कश्मीर के एक जिले से घाटी के बाहर के बाजारों में 230 से अधिक ट्रक फल भेजे गए। घाटी में पथराव की घटनाओं पर डीजीपी ने कहा कि ज्यादातर जगहों पर बहुत मामूली घटनाएं हुई हैं।
घाटी में लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने संबंधी सवाल पर डीजीपी ने कहा, मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि राज्य में हमारे लोग बहुत सहयोग कर रहे हैं और जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था बहुत अच्छी रही है। हम प्रतिबंधों में अधिक छूट देने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि लोगों का रुख बहुत सहयोगी रहा है।