कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर केजरीवाल ने मोदी सरकार पर बोला हमला, कहा- 1990 का दौर लौट रहा, उन्हें घर छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा
By विशाल कुमार | Published: June 5, 2022 01:15 PM2022-06-05T13:15:51+5:302022-06-05T13:17:22+5:30
कश्मीर में आतंकवादी समूहों, खासकर लश्कर-ए-तैयबा ने पिछले तीन महीने में कम से कम 13 लोगों की लक्षित रूप से हत्या की है, जिनमें गैर मुसलमान, सुरक्षाकर्मी, एक कलाकार और स्थानीय आम नागरिक शामिल हैं।
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में एक के बाद एक कश्मीरी पंडितों की हत्याओं को आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा आोजित जन आक्रोश रैली को संबोधित किया और मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि 1990 का दशक लौट रहा है और कश्मीरी पंडितों को अपने घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
केजरीवाल ने कहा कि भाजपा सरकार विफल रही है। 1990 का दौर फिर आ गया है। उनकी (सरकार की) कोई योजना नहीं है। जब भी घाटी में कोई हत्या होती है, तो खबर आती है कि गृह मंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, बहुत बैठकें हो चुकी, अब कार्रवाई की जरूरत है, कश्मीर कार्रवाई चाहता है।
उन्होंने आगे कहा कि जब वे (कश्मीरी पंडित) निशाना बनाकर की जा रही हत्याओं का विरोध करते हैं, तो कश्मीर में वर्तमान भाजपा सरकार उन्हें विरोध करने की अनुमति नहीं देती है। अगर सरकार इस तरह व्यवहार करती है तो लोगों की पीड़ा दोगुनी हो जाती है।
केजरीवाल ने आगे कहा कि हर कोई कार्य योजना के बारे में जानना चाहता है। कश्मीर पंडितों की मांगें पूरी करो, उन्हें सुरक्षा मुहैया कराओ और घाटी के लिए कार्य योजना पेश करो।
उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों के साथ हस्ताक्षरित वे प्रतिज्ञा पत्र रद्द किए जाएं, जिनमें कहा गया है कि वे कश्मीर के बाहर काम नहीं कर सकते। हम पाकिस्तान को बताना चाहते हैं कि वह तुच्छ राजनीति करना बंद करे, कश्मीर हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा।
इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘यह दौर कश्मीर के इतिहास के सबसे बुरे दौर में गिना जाएगा। लक्षित रूप से लोगों की हत्या के मामले रोकने में भाजपा पूरी तरह विफल हो चुकी है। कश्मीर की हवा में दहशत एवं आतंक फैल गया है।’’
बता दें कि, कश्मीर में आतंकवादी समूहों, खासकर लश्कर-ए-तैयबा ने पिछले तीन महीने में कम से कम 13 लोगों की लक्षित रूप से हत्या की है, जिनमें गैर मुसलमान, सुरक्षाकर्मी, एक कलाकार और स्थानीय आम नागरिक शामिल हैं।
आतंकवादियों ने मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के चडूरा इलाके में 12 मई को कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या कर दी थी। उसके बाद से सैकड़ों कश्मीरी पंडित प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री पैकेज के तहत 2012 में नौकरी पर रखे गए कश्मीरी पंडित सामूहिक पलायन की धमकी दे रहे हैं। कश्मीर में दो जून को एक बैंक कर्मचारी और एक ईंट भट्ठा मजदूर की हत्या कर दी गई थी जबकि एक अन्य मजदूर घायल हो गया था। इससे पहले, जम्मू क्षेत्र के सांबा जिले की एक महिला शिक्षक की 31 मई को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के एक स्कूल में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।