बेंगलुरु:कर्नाटक हाई कोर्ट ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की याचिका को खारिज कर दिया है। जिसमें दिग्विजय सिंह ने मांग की थी कि उनको मध्य प्रदेश के 22 बागी कांग्रेस विधायक से मिलने दिया जाए। जो इस वक्त बेंगलुरु में हैं। कर्नाटक हाई कोर्ट ने दिग्विजय सिंह की इस याचिका पर सुनवाई करने से मना कर दिया है। दिग्विजय सिंह ने आज (18 मार्च) ही पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। हिरासत से छूटने के बाद दिग्विजय सिंह ने कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का दावा- करेंगे ‘भूख हड़ताल’
बेंगलुरु में बुधवार(18 मार्च) की सुबह उस रिजॉर्ट के पास नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला जहां मध्य प्रदेश के बागी कांग्रेस विधायक ठहरे हुए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पुलिस पर विधायकों से मुलाकात न करने देने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए सिंह ने भाजपा पर विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगाया और कहा कि वह ‘भूख हड़ताल’ करेंगे।
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘भाजपा विधायक अरविंद भदौरिया और एक सांसद ने उन्हें बंधक बना रखा है। मैं अपने विधायकों, अपने मतदाताओं (राज्यसभा चुनाव के लिए), अपनी ही पार्टी के लोगों से क्यों नहीं मिल सकता? भाजपा इसमें क्या कर रही है?’’ दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि रिजॉर्ट के भीतर कांग्रेस विधायक उनसे मिलना चाहते हैं लेकिन उन्हें ऐसा करने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस द्वारा मनाने की कोशिश करने पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अपने कांग्रेस विधायकों से मिलना मेरा अधिकार है। मैं भाजपा विधायकों से नहीं मिलना चाहता। मैं कांग्रेस विधायकों से मिलना चाहता हूं। लोगों ने उन्हें कांग्रेस विधायक के तौर पर वोट दिया था न कि भाजपा विधायकों के तौर पर।’’
दिग्विजय, मंत्रियों को हिरासत में लेना तानाशाही, जरूरत पड़ी तो बेंगलुरु जाऊंगा: कमलनाथ
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को आरोप लगाया कि बेंगलुरु में भाजपा द्वारा बंधक बनाये गये कांग्रेस विधायकों से मिलने गये कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व मध्यप्रदेश के मंत्रियों को मिलने से रोक कर उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है। इसके अलावा, कमलनाथ ने कहा कि यदि आवश्कता पड़ी तो मैं भी इन बंधक बनाये गये विधायकों से बेंगलुरु में मिलने जाऊंगा। कमलनाथ ने ट्विटर पर लिखने के साथ-साथ यहां मीडिया को बताया, ‘‘बेंगलरु में भाजपा द्वारा बंधक बनाये गये कांग्रेस विधायकों से मिलने गये कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियों एवं विधायकों को मिलने से रोकना, उनसे अभद्र व्यवहार करना एवं उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है।’’ (भाषा-पीटीआई इनपुट के साथ)