दक्षिण भारत राज्य कर्नाटक और केरल में बाढ़ से लोग परेशान, राहत-बचाव कार्य तेज, लापता लोगों की तलाश का काम शुरू
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 12, 2019 01:11 PM2019-08-12T13:11:20+5:302019-08-12T13:13:35+5:30
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा सोमवार को दक्षिण कन्नड़ तथा मैसूरू जिले के प्रभावित इलाकों का दौरा करके राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। वह अधिकारियों के साथ बैठक भी किया।
कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव एवं राहत अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। वहीं बारिश के थोड़ा रुकने से प्रभावित इलाकों में पानी का स्तर कम हुआ है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि स्थिति के बेहतर होने के साथ ही लापता लोगों की तलाश और फंसे लोगों को निकालने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ने और वहां से पानी छोड़े जाने के कारण, बांधों के आसपास के क्षेत्रों में सावधानी बरती जा रही है। बाढ़ या भूस्खलन के कारण बाधित हुए मार्गों को साफ करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। कर्नाटक में 17 जिलों के 80 तालुक बारिश और बाढ़ से प्रभावित हैं।
According to Karnataka State Natural Disaster Monitoring Centre, Belagavi district most likely to receive scattered to fairly wide spread with moderate rain for the next 5 days. https://t.co/YQdijcZxKO
— ANI (@ANI) August 12, 2019
राज्य सरकार ने रविवार शाम मृतक आंकड़ा 40 और लापता लोगों की संख्या 14 बताई थी। रविवार शाम से कुल 5,81,702 फंसे लोगों को निकाला गया है। वहीं 1168 राहत शिविरों में 3,27,354 लोगों ने पनाह ली है। 50,000 से अधिक जानवरों को भी बचाया गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा सोमवार को दक्षिण कन्नड़ तथा मैसूरू जिले के प्रभावित इलाकों का दौरा करके राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। वह अधिकारियों के साथ बैठक भी किया।
Karnataka Chief Minister & BJP leader, BS Yediyurappa arrives in Mangaluru to visit rain and flood-affected areas. #KarnatakaRainspic.twitter.com/yZs0ABSRHa
— ANI (@ANI) August 12, 2019
येदियुरप्पा ने रविवार को कहा था कि प्राथमिक आकलन के अनुसार राज्य को बाढ़ से करीब 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और राज्य सरकार ने केन्द्र से तुरंत 3,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की मांग की है। गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी उत्तर कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित इलाकों का क्रमश: रविवार और शनिवार को हवाई निरीक्षण किया था।
दमकल एवं आपात सेवाएं, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और सेना राज्य में बचाव एवं राहत अभियान में जुटी है। भारतीय वायु सेना के चार हेलीकॉप्टरों और नौसेना के एक हेलीकॉप्टर की भी सहायता ली जा रही है। भाषा निहारिका शोभना शोभना
राहुल गांधी ने लोगों से राहत सामग्री दान करने की अपील की
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को लोगों से अपील की कि वे उनके ससंदीय क्षेत्र वायनाड में बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री मुहैया कराएं। वायनाड दौर पर पहुंचे गांधी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लोगों से अपील करते हुए लिखा, ‘‘ मेरा संसदीय क्षेत्र वायनाड बाढ़ से तबाह हो गया है, हजारों लोग बेघर हो गए हैं और उन्हें राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘ हमें तत्काल पानी की बोतलों, चटाई, कंबल, अधो वस्त्र, धोती, नाइटगाउन, बच्चों के कपड़े, चप्पल, सैनेटरी नैपकिन, साबुन, टूथब्रश, टूथपेस्ट, डेटॉल, सर्फ, ब्लीचिंग पाउडर और क्लोरीन की जरूरत है।’’
Kerala: Rahul Gandhi, Congress meets and distributes relief material to the people of his Lok Sabha constituency. #Wayanadpic.twitter.com/CJuT6TAAg6
— ANI (@ANI) August 12, 2019
उन्होंने लोगों से बिस्कुट, चीनी, मूंग, दाल, चना, नारियल तेल, नारियल, सब्जी, करी पाउडर, ब्रेड और बच्चों का खाना देने की भी अपील की है। गांधी ने लोगों से राहत सामग्री मलप्पुरम जिले में बनाए गए केन्द्रों में भेजने को कहा है।
राहुल ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित लोगों से मिलने के बाद ट्वीट किया था , "यह देखना हृदयविदारक है कि वायनाड के लोग कितना कुछ खो चुके हैं। हम उन्हें उनके पैरों पर फिर से खड़ा होने में अपनी पूरी ताकत के साथ मदद करेंगे।"
गांधी ने एक अन्य ट्वीट में कहा था, ‘‘ मैंने एम ई एस ममपाड़ कॉलेज राहत शिविर का दौरा कर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि हम राज्य और केन्द्र सरकारों से तुरंत मदद पहुंचाने की अपील करेंगे और हर संभव मदद करेंगे।’’ राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, वायनाड के जिला कलेक्टर और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बात कर चुके हैं। अप्रैल में यहां से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राहुल का वायनाड का यह दूसरा दौरा है।