बेंगलुरु, 9 मईः कर्नाटक विधानसभा चुनाव के पहले ही बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाके में एक घर से बड़ी मात्रा में वोटर आईडी कार्ड बरामद किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस संबंध में मंगलवार देर रात चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। चुनाव आयोग ने इन पहचान पत्रों की जांच के आदेश दिए हैं। जिसके बाद बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव रद्द कराने की मांग कर रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि इसमें बीजेपी की कोई चुनावी साजिश है।
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने इस घटना के बाद बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जहां उन्होंने कहा, बीजेपी कांग्रेस पर इल्जाम लगाकर वोटरों का ध्यान अपनी ओर करवाना चाहती है। सुरजेवाला ने कहा कि यह वोटर आईडी कार्ड ना तो पुलिस ने बरामद किए हैं ना ही चुनाव आयोग ने बल्कि इन्हें बीजेपी कार्यकर्ता ने बरामद किया है।
रणदीप सुरजेवाला कहा, जिस फ्लैट से वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं वो फ्लैट मंजुला नंजामुरी का है, मैं जानना चाहता हूं कि कौन है ये मंजुला नंजामुरी। उन्होंने कहा मंजुला नंजामुरी बीजेपी की नेता रह चुकी। जबकि घर में रहने वाला किरायेदार उन्हीं का बेटा राकेश है। सुरजेवाला ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि 2015 में राकेश ने बीजेपी के टिकट पर निगम चुनाव लड़ा था लेकिन वो हार गए थे।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जवाड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस ऐसा कर के यहां जनता का समर्थन खो रही है। इन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस किसी भी तरीके से नाटक करके बस चुनाव जीतना चाहते हैं। इस लिए हम राज राजेश्वरी नगर में चुनाव रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
प्रकाश जवाड़ेकर ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा, राज राजेश्वरी में कांग्रेस प्रत्याशी ने 15 हजार फेक वोटर आईडी कार्ड बनाए हैं। बीजेपी राज राजेश्वरी नगर में चुनाव रद्द करने की मांग कर रही है। बीजेपी की ओर से इस संबंध में पुलिस में भी शिकायत की गई है।
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चुनाव आयोग का क्या है कहना
मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस यह निश्चित रूप से एक गंभीर मामला है, जिसे हम यहां तय नहीं कर सकते हैं। अभी यह देखना बाकी है कि वास्तव में वह मतदाता हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि वह खुद इस घर में गए और उन्हें यहां 9746 वोटर आईडी कार्ड मिले हैं, जिन्हें छोटे बंडलों में बांधकर और लपेटकर रखा गया। आयोग ने इस मामले में जांच कराने का कदम बीजेपी राज राजेश्वरी नगर में चुनाव रद्द करने की मांग के बाद उठाया है।
संजीव कुमार ने कहा कि राज राजेश्वरी विधानसभा में 4 लाख 35 हजार 439 वोटर हैं, यह वहां की आबादी का 75.43 फीसदी है। पिछली बार संसोधन के दौरान 25 हजार 825 जोड़े गए। इसके बाद अपडेशन के दौरान 19,012 नाम और जोड़े गए थे। वहीं, 8817 लोगों का नाम हटाया गया।
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