कर्नाटक संकट: भाजपा सांसद से जुड़ी कंपनी का है विधायकों को मुंबई ले जाने वाला विमान
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 8, 2019 08:00 AM2019-07-08T08:00:39+5:302019-07-08T08:10:20+5:30
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कर्नाटक में जदएस के साथ पार्टी की सत्तारूढ़़ गठबंधन सरकार को सत्ता से हटाने के लिए षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस और जनता दल (एस) के 10 असंतुष्ट विधायक जिस चार्टर्ड विमान में बेंगलुरू से मुंबई गए, वह भाजपा के राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर से जुड़ी एक कंपनी का है. कंपनी सूत्रों के अनुसार विमान जूपिटर कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड का है. चंद्रशेखर कंपनी के संस्थापक और चेयरमैन हैं. कंपनी के अधिकारियों ने यह स्वीकार किया कि विधायकों को ले जाने वाला विमान जूपिटर कैपिटल का है.
उन्होंने यद्यपि यह स्पष्ट किया कि वे एक कंपनी चला रहे हैं और जो कोई भी विमान का इस्तेमाल करना चाहे वह कर सकता है. अधिकारी ने कहा, 'यह चार्टर आपरेशन है और विमान को नियमित तौर पर विभिन्न व्यक्तियों द्वारा किराये पर लिया जाता है.' अधिकारियों ने हालांकि इस बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया कि उड़ान की बुकिंग किसने और किसकी ओर से की थी.
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कर्नाटक में जदएस के साथ पार्टी की सत्तारूढ़़ गठबंधन सरकार को सत्ता से हटाने के लिए षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे और कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री डी के शिवकुमार ने रविवार को अपना यह आरोप दोहराया कि इस दक्षिणी राज्य में वर्तमान राजनीतिक उथल पुथल के पीछे भाजपा है.
यद्यपि भाजपा ने कहा कि उसका इससे कोई लेना देना नहीं है और यह विद्रोह दोनों सत्ताधारी सहयोगी साझेदारों के बीच विवादों का परिणाम है. एक सप्ताह पहले रचा गया था षड्यंत्र कांग्रेस प्रवक्ता के ई राधाकृष्णन ने आरोप लगाया कि सरकार गिराने का षड्यंत्र एक सप्ताह पहले रचा गया था जब जदएस विधायक ए एच विश्वनाथ दिल्ली गए थे और वहां भाजपा नेताओं से मिले थे.
राधाकृष्णन ने कहा, 'यह स्पष्ट है कि इसके (सरकार गिराने की कोशिश) पीछे उनका (भाजपा का) हाथ है. वे लोगों को मूर्ख नहीं बना सकते. भाजपा के केंद्रीय नेता इसमें शामिल हैं. उनकी भूमिका पूरी तरह से स्पष्ट है.' उन्होंने दावा किया कि असंतुष्ट विधायकों के शनिवार को राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात करके राजभवन से बाहर आने के बाद उन्हें ले जाने के लिए चार्टर्ड विमान को यहां एचएएल हवाई अड्डे पर तैयार रखा गया था.