Karnataka Assembly Elections 2023: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 'मुख्यमंत्री' बनने के सवाल पर कहा, 'ना', बोले- "प्रधानमंत्री के साथ दिल्ली में काम करके खुश हूं''
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 1, 2023 09:01 PM2023-05-01T21:01:50+5:302023-05-01T21:05:28+5:30
केंद्रीय मंत्री और धारवाड़ से चार बार के लोकसभा सांसद प्रह्लाद जोशी ने स्पष्ट किया है कि कर्नाटक में भाजपा द्वारा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद भी वो मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं है।
बेंगलुरु: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अगर भाजपा कर्नाटक चुनाव में जीत दर्ज करती है तो भी वो मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं होंगे। धारवाड़ से चार बार के लोकसभा सांसद प्रह्लाद जोशी ने स्पष्ट किया है कि उनके मन में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई ख्वाहिश नहीं है। उनका मकसद केवल इस चुनाव में भाजपा को बहुमत के साथ जीत दिलाने का है। प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को कहा कि चुनाव से पहले भी मुख्यमंत्री बनने की चाहत नहीं रखते थे क्योंकि वो दिल्ली में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मातहत काम करने से खुश हैं।
इसके साथ ही कर्नाटक चुनाव में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समीति द्वारा किये गये टिकट वितरण से उपजे बवाल पर पार्टी का बचाव करते हुए केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा कि पार्टी से प्रत्याशियों के चयन में कहीं से कोई चूक नहीं हुई है, इस बार के टिकट वितरण ने कुछ विद्रोह को जन्म जरूर दिया लेकिन पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव के लिए यह बेहद जरूरी कदम था।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, "जहां तक मेरा सवाल है तो मुझे लगता है कि मैं सीधे प्रधानमंत्री मोदी के मातहत काम करने के लिए खुद को भाग्यशाली समझता हूं, मैंने अपने जीवन में उनके जैसा व्यक्तित्व कभी नहीं देखा। मेरे मन में मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी तरह की महत्वाकांक्षा नहीं है।"
इसके साथ ही जोशी ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि भविष्य में जब भारत का इतिहास लिखा जाएगा तो प्रधानमंत्री के रूप में मोदी का कार्यकाल सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगा। उनके साथ बतौर संसदीय कार्य मंत्री कार्य करना मेरे लिए बहुत खास है। उन्होंने कहा, "जब तक मेरे पास भगवान, जनता और साथ में प्रधानमंत्री मोदी का आशीर्वाद है, मैं पीएम मोदी के साथ ही दिल्ली में रहना चाहता हूं।"
राज्य चुनाव में भाजपा सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर को नकारते हुए केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा, "जहां तक सत्ता विरोधी लहर का सवाल है तो पूरी जनता भाजपा के साथ है, हो सकते है कि एक-दो विधायकों के खिलाफ नाराजगी हो सकती है लेकिन उसे परी पार्टी के खिलाफ नाराजगी कहना सही नहीं होगा। पार्टी के खिलाफ लोगों के मन में कोई विरोधी नहीं है।"
इसके साथ ही प्रह्लाद जोशी ने केंद्रीय चुनाव समीति द्वारा किये गये टिकट वितरण से सहमती जताते हुए कहा, "क्या होगा जब आप पार्टी के स्तर पर भी परिवर्तन लाना चाहते हैं। जब आप पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओं को चेहरे बनाकर पेश करते हैं या फिर पीढ़ी परिवर्तन करते हैं, तो पार्टी के अनुशासित नेता इसे स्वीकार करते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं, जो स्वीकार नहीं करते हैं और पार्टी छोड़ देते हैं। लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि ऐसे नेताओं के जाने से पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। भाजपा कर्नाटक में बहुमत के साथ जीत रही है और सरकार भी बनाने जा रही है।"
केंद्रीय मंत्री जोशी ने यह पूछे जाने पर कि क्या इस बार अगर भाजपा सत्ता में वापसी करती है तो वह लिंगायत समुदाय से ही किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी। इसके जवाब में उन्होंने कहा, "हमारे मुख्यमंत्री तो पहले से ही लिंगायत समुदाय से आते हैं और यह स्वाभाविक भी हैं। जहां हमारे मुख्यमंत् पहले से होते हैं, वहां पर हम कभी भी नये मुख्यमंत्री प्रत्याशी की घोषणा नहीं करते हैं, जो कि बहुत ही स्वाभाविक है।"