Karnataka Assembly Elections 2023: जगदीश शेट्टर ने कहा, "भाजपा प्रत्याशी महेश मेरे शिष्य नहीं, इनके गुरु दिल्ली वाले हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 26, 2023 08:46 PM2023-04-26T20:46:26+5:302023-04-26T20:49:02+5:30
कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट से खड़े कांग्रेस प्रत्याशी जगदीश शेट्टर ने भाजपा उम्मीदवार महेश तेंगिंकाई के साथ 'गुरु-शिष्य' का चुनावी जंग मानने से इनकार करते हुए कहा कि मैं अपने विरोधी तेंगिंकाई को शिष्य नहीं मानता, उनके गुरु तो दिल्ली में बैठे हैं।
बेंगलुरु: कर्नाटक की हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट पर कांग्रेस के टिकट से खड़े पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने भाजपा उम्मीदवार महेश तेंगिंकाई के साथ 'गुरु-शिष्य' का चुनावी जंग मानने से इनकार करते हुए कहा, "मैं अपने विरोधी तेंगिंकाई को अपना शिष्य नहीं मानता हूं, उनके गुरु तो दिल्ली में बैठे हैं।"
जीवन के लंबे समय तक भाजपा में रहे शेट्टर हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए थे। कांग्रेस के टिकट पर भाजपा को पटखनी देने की जुगत में लगे हुए शेट्टर ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष पर आरोप लगाया था कि उनके कारण भाजपा ने हुबली से उन्हें टिकट नहीं दिया।
कांग्रेस के टिकट पर अपने पारंपरिक गढ़ को बनाए रखने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं जगदीश शेट्टर ने आरोप लगाया है कि उनकी पुरानी पार्टी भाजपा उन्हें हराने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है और इसके लिए संगठन के सर्वोच्च नेताओं से आदेश मिला है।
बावजूद भाजपा के आक्रामक चुनावी कैंपेन के शेट्टर ने विश्वास जताया कि इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने जा रहा है और 13 मई के बाद वही कर्नाटक में सरकार बनाएगी।
उन्होंने कहा, "भाजपा ने मेरा अपमान किया है। मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई है, इस कारण मैं कांग्रेस में गया। मुझे कांग्रेस पार्टी से कोई उम्मीद नहीं है। मैं केवल अपने स्वाभिमान और सम्मान के रक्षा की उम्मीद करता हूं। मैं अपने लोगों के लिए काम करना चाहता हूं।"
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जगदीश शेट्टर विपक्ष की ओर से सत्ता को चुनौती देने वाले प्रमुख राजनीतिक हस्तियों में से एक हैं। भाजपा से टिकट न मिलने पर उन्होंने बगावत की और उस पार्टी को छोड़ दिया, जिसने उन्हें मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचाया।
टिकट कटने का दुख एक बार फिर जनता के सामने साझा करते हुए उन्होंने कहा, "मैंने भाजपा आलाकमान और राज्य के नेताओं से अपने टिकट कटने के बारे में पूछा। मैंने पूछा कि केवल उम्र के कारण मेरा टिकट काटा गया है, या पार्टी के किसी सर्वे में मुझे भ्रष्ट पाया गया है। आखिर कौन सा अपराध है मेरा। किसी ने कोई कारण नहीं बताया। कल अमित शाह ने कहा कि उन्होंने मुझे कारण बताया है लेकिन मुझे कोई कारण नहीं बताया गया है और मैं अब भी कारण जानना चाहता हूं।"
शेट्टर ने दावा किया, "यहां तक कि भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, कर्नाटक प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने मुझे फोन किया। मैंने उनसे भी पूछा कि क्या मेरी लोकप्रियता कम हो गई है? कौन सी सर्वे रिपोर्ट देखकर पार्टी टिकट दे रही है। दोनों ने मुझसे कहा था कि पार्टी के सर्वे में आपकी रिपोर्ट बहुत सकारात्मक है।"
भाजपा प्रत्याशी महेश तेंगिंकाई द्वारा जगदीश शेट्टर को अपना 'गुरु' कहे जाने पर उन्होंने कहा, "वह (तेंगिकई) कह रहे हैं कि मैं उनका गुरु हूं। लेकिन ये गलत है। उनके गुरु तो दिल्ली में बैठे हैं। वह मेरे शिष्य नहीं हैं।"
वहीं भाजपा प्रत्याशी तेंगिंकाई ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि 2018 में उन्हें कलाघटही से टिकट मिला था लेकिन नामांकन दाखिल करने के बाद पार्टी ने उन्हें नाम वापस लेने को कहा। तेंगिंकाई ने कहा, "मैंने ऐसा किया। मैंने उनके फैसले पर पार्टी से सवाल नहीं किया। पार्टी ने जो भी कहा मैंने चुपचाप उसका पालन किया। आज भी मैं पार्टी के निर्देशों का पालन करने वाला कार्यकर्ता हूं।"
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए तेंगिंकाई ने कहा, "कोई नहीं जानता कि राहुल गांधी चुनाव में क्या कहते हैं। सभी को पता चल जाएगा कि कौन भ्रष्ट है और कौन नहीं। चुनाव बाद भारतीय जनता पार्टी पूरे दमखम के साथ कर्नाटक में सरकार बनाएगी।"
शेट्टर द्वारा अपनी योग्यता पर सवाल उठाने पर तेंगिंकाई ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार मैं अपने गुरु जगदीश शेट्टर के खिलाफ चुनाव जीतूंगा और वो भी अपने शिष्य को जीतने देंगे।"