कर्नाटक: बीजेपी की जीत कर देगी साबित मोदी-शाह की जोड़ी को टक्कर देना राहुल के वश में नहीं
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: May 15, 2018 07:05 AM2018-05-15T07:05:12+5:302018-05-15T07:05:12+5:30
कर्नाटक की 224 विधान सभा सीटों में से 222 सीटों के लिए 12 मई को मतदान हुआ। चुनाव परिणाम 15 मई को आएंगे।
कर्नाटक विधान सभा चुनाव के नतीजे न केवल राज्य की सियासत बल्कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी की राजनीतिक हैसियत के बारे में निर्णायक साबित होंगे। राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस को चुनौती दे रही बीजेपी केंद्र समेत देश के 21 राज्यों में सत्ता में है। फिर भी कर्नाटक चुनाव को लेकर पीएम मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पूरी तरह गंभीर नजर आए। कर्नाटक चुनाव के नतीजे 15 मई को आएँगे और 24 मई को मोदी सरकार अपने चार साल पूरे करेगी। ऐसे में कर्नाटक में विजय मोदी सरकार की चौथी सालगिरह पर एक बेहतरीन तोहफा साबित होगी।
कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल पिछले कर्नाटक चुनाव से पहले इस बात पर बार-बार जोर देते रहे कि महँगाई, बेरोजगारी और बैंकों के एनपीए जैसे मुद्दों की वजह से जनता मोदी सरका से नाराज है। कांग्रेस मोदी सरकार को अल्पसंख्यकों, दलितों और महिलाओं की विरोधी बताती रही है। अगर बीजेपी कर्नाटक जीत जाती है तो कांग्रेस के ये दावे थोथे साबित होंगे। इस जीत से साबित हो जाएगा पीएम मोदी का जादू अभी बरकरार है। इस विजय से ये भी प्रमाणित हो जाएगा कि अमित शाह का इलेक्शन मैनेजमेंट पूरे देश की तरह दक्षिण भारत में भी कारगर है।
कर्नाटक वो पहला दक्षिण भारतीय राज्य है जहाँ बीजेपी ने सरकार बनायी थी। कर्नाटक को बीजेपी दक्षिण भारत की सत्ता का प्रवेश द्वार मानती है। केरल के पिछले विधान सभा चुनाव में बीजेपी राज्य के इतिहास में पहली बार को विधान सभा सीट जीतने में कामयाब रही। भले ही बीजेपी ने केरल में एक ही विधान सभा सीट जीती हो लेकिन राज्य में पिछले कुछ दशकों में जिस तरह दक्षिणपंथी संगठनों का बोलबाला बढ़ा है उसे देखते हुए कहा जा सकता है कर्नाटक में सत्ता पाते ही बीजेपी केरल मिशन को और जोर-शोर से आगे बढ़ाएगी।
राजनीतिक जानकारों के अनुसार बीजेपी आलाकमान को इस बात का अहसास है कि 2019 के लोक सभा चुनाव में पार्टी को सत्ताविरोधी भावना का शिकार होना पड़ सकता है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, उत्तराखण्ड जैसे राज्यों में बीजेपी की सत्ता है और आम चुनाव में राज्य सरकारों के प्रति असंतोष लोक सभा चुनाव पर असर दिखा सकता है।
अगर बीजेप कर्नाटक जीतती है तो वो मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी पूरे आत्मविश्वास से उतरेगी। बीजेपी कर्नाटक में कांग्रेस के हाथ से सत्ता छीनने में सफल रहती है तो मध्य प्रदेश और राजस्थान में उसके लिए सत्ता को बचाना तुलनात्मक रूप से आसान हो जाएगा। ये जीत पार्टी को ये भरोसा दिला देगी कि राजस्थान और मध्य प्रदेश की जनता में क्रमशः वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के प्रति कोई नाराजगी होगी तो भी वो नरेंद्र मोदी के भरोसे बीजेपी को वोट देगी।
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