कानपुरः उत्तर प्रदेश में कानपुर नगर पुलिस आयुक्तालय के बांसमंडी इलाके में एक बहुमंजिला वाणिज्यिक टावर में गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात लगी भीषण आग पर करीब 55 घंटे बाद काबू पाया जा सका। डीसीपी तेज स्वरूप सिंह ने बताया, "आग पर करीब-करीब काबू पा लिया गया है और बाहर से आग को बुझा दिया है। अभी नुकसान का आंकलन करना बहुत मुश्किल है क्योंकि अंदर नहीं जाया जा सकता।"
गौरतलब है कि शुक्रवार रात्रि 1.30 बजे तेज आंधी की वजह से शॉर्ट सर्किट की वजह से एक टावर में आग लगी जिसके बाद यह फैलती गई। आग की चपेट में आकर करीब 800 दुकानें जलकर खाक हो गईं। पुलिस के अनुसार, आग एआर (अफाक रसूल) टावर से शुरू हुई और तेजी से मकसूद, हमराज कॉम्प्लेक्स और नफीस टावर में भी फैल गई, जिससे इन चारों टावर में स्थित लगभग 800 दुकानें आग की चपेट में आ गईं।
अधिकारियों ने देर शाम बताया कि कानपुर और पड़ोसी जिलों के दमकल अधिकारियों की कोशिशों के बावजूद देर शाम तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका। पुलिस आयुक्त बी.पी. जोगदंड ने कहा, "लगभग 20 घंटे से आग बुझाने के प्रयास जारी हैं। अभियान में 60 दमकल गाड़ियों को लगाया गया था, जिन्हें आग बुझाने के लिए 400 से अधिक बार ‘रिफिल’ किया गया है।’’
आग में करीब 200 करोड़ रुपए का सामान और नकदी जलकर खाक हो गई। जिलाधिकारी विशाल जी. अय्यर ने बताया कि अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) राजेश कुमार की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जो नुकसान का आकलन और आग लगने के कारणों की जांच करेगी।
समिति में अपर नगर आयुक्त, संयुक्त निदेशक व्यापार कर और मुख्य अग्निशमन अधिकारी शामिल हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश के बाद समिति का गठन किया गया है। पाठक ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और उन दुकानदारों से मुलाकात की, जिनकी दुकानें और प्रतिष्ठान आग में नष्ट हो गए। उपमुख्यमंत्री ने कारोबारियों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।