Jamia Protest: कन्हैया कुमार ने सरकार पर बोला हमला, कहा-"देश के युवाओं में गांधी, आंबेडकर,अशफाक और भगत सिंह का खून है, वो डरेंगे नहीं"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 16, 2019 10:16 AM2019-12-16T10:16:28+5:302019-12-16T10:31:50+5:30
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया में रविवार को प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए कम से कम 50 छात्रों को सोमवार तड़के रिहा कर दिया गया।
नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के आंदोलन को समर्थन देते हुए कन्हैया कुमार ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने छात्रों पर हुए पुलिस कार्रवाई के बारे में ट्वीट करके लिखा कि फ़र्ज़ी डिग्री वालों की सरकार ने पिछले 5 साल से देश के विद्यार्थियों के खिलाफ जंग छेड़ी हुई है।लेकिन ये भूल रहे हैं कि भारत के युवाओं की रगों में गाँधी,अम्बेडकर,अश्फ़ाक और भगत सिंह का ख़ून है।ये लाठियों,गोलियों व झूठे दुष्प्रचार से डरेंगे नहीं ये अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना बंद नहीं करेंगे।
फ़र्ज़ी डिग्री वालों की सरकार ने पिछले 5 साल से देश के विद्यार्थियों के खिलाफ जंग छेड़ी हुई है।लेकिन ये भूल रहे हैं कि भारत के युवाओं की रगों में गाँधी,अम्बेडकर,अश्फ़ाक और भगत सिंह का ख़ून है।ये लाठियों,गोलियों व झूठे दुष्प्रचार से डरकर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना बंद नहीं करेंगे। pic.twitter.com/W1wNzm36Xq
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) December 15, 2019
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया में रविवार को प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए कम से कम 50 छात्रों को सोमवार तड़के रिहा कर दिया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 50 छात्रों में से 35 छात्रों को कालकाजी पुलिस थाने से और 15 छात्रों को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस थाने से रिहा किया गया। वहीं सोमवार सुबह जामिया के छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई की मांग की है।
Delhi: A student of Jamia Millia Islamia University removes his shirt and sits at the gate of university demanding action against Delhi police following yesterday's incident. pic.twitter.com/IlE1Ea2nk0
— ANI (@ANI) December 16, 2019
इससे पहले रविवार रात को दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग (डीएमसी) ने कालकाजी पुलिस थाना प्रभारी को जामिया के ‘‘घायल’’ छात्रों को रिहा करने अथवा बिना किसी विलंब के उन्हें इलाज के लिए किसी अच्छे अस्पताल ले जाने के निर्देश दिए थे।