कांग्रेस में शामिल होंगे कन्हैया! राहुल गांधी से की मुलाकात, जिग्नेश मेवानी को लेकर भी चर्चा
By विनीत कुमार | Published: September 16, 2021 08:32 AM2021-09-16T08:32:17+5:302021-09-16T08:40:27+5:30
कन्हैया ने हाल में राहुल गांधी से मुलाकात की है। कन्हैया कुमार की ओर से कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर अभी कुछ नहीं कहा गया है।
नई दिल्ली: सीपीआई नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस में प्रवेश के लिए जमीन तैयार करने को लेकर कन्हैया कुमार ने राहुल गांधी से मुलाकात की है।
सूत्रों के अनुसार गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी भी कांग्रेस नेतृत्व के संपर्क में हैं। कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में उत्तरी गुजरात के बनासकांठा जिले की वडगाम सीट से उम्मीदवार नहीं उतारकर मेवानी की मदद की थी।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार कन्हैया के उनके करीबी सूत्रों ने बताया है वे सीपीआई में रहते हुए घुटन महसूस कर रहे थे। ऐसे में उन्होंने मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात की और माना जा रहा है कि दोनों ने कांग्रेस में उनके प्रवेश पर चर्चा की।
कुमार के सीपीआई छोड़ने की संभावना पर पार्टी के महासचिव डी राजा ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में केवल अटकलबाजी सुनी हैं। उन्होंने कहा, 'मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि वह इस महीने की शुरुआत में हमारी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मौजूद थे। उन्होंने तमाम बातें की और विचार-विमर्श में हिस्सा लिया।'
बिहार में कन्हैया को मिलेगी बड़ी भूमिका
कन्हैया कुमार की ओर से कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर अभी कुछ नहीं कहा गया है। हालांकि, कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि वह बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस पिछले तीन दशकों से बिहार की राजनीति में हाशिए पर है। पिछले साल के विधानसभा चुनावों में भी सहयोगी दलों राजद और भाकपा (माले) की तुलना में इसने खराब प्रदर्शन किया।
कांग्रेस 70 में से केवल 19 सीटों पर ही जीत सकी थी। राजद ने जिन 144 सीटों पर चुनाव लड़ा, उनमें से आधे से ज्यादा पर जीत हासिल की, जबकि सीपीआई (एमएल) ने 19 में से 12 सीटों पर जीत हासिल की।
कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक पार्टी का मानना है कि कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी के आने से पार्टी को बढ़ावा मिलेगा। ये इसलिए भी अहम होगा क्योंकि पिछले दो सालों में पार्टी के बारे में यही छवि बनी है कि यहां स युवा नेता बाहर जा रहे हैं।
अपने भाषणों के लिए जाने जाने वाले कन्हैया अगर कांग्रेस में शामिल होते हैं, तो पार्टी उनका उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में प्रचार के लिए भी इस्तेमाल कर सकती है। बताते चलें कि सपा और बसपा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ हाथ नहीं मिलाएंगे।