'अपनी तलवारें उठाओ, उन्हें तेज करो', बांग्लादेश संकट के बीच देश में शांति की रक्षा के लिए कंगना रनौत का लोगों से आवाह्न
By रुस्तम राणा | Published: August 10, 2024 04:49 PM2024-08-10T16:49:42+5:302024-08-10T16:57:07+5:30
बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनों के बीच भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने लोगों से देश में शांति की रक्षा के लिए लोगों से हथियार उठाकर तैयार रहने का आवाह्न किया है।
नई दिल्ली: बांग्लादेश में लोग सड़कों पर उतरकर हिंसा का नंगा नाच कर रहे हैं। सत्ता के खिलाफ हुए हिसंक प्रदर्शनों में हिन्दू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। कहीं मंदिर तोड़े जा रहे हैं तो कहीं आगजनी-लूटपाट की जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सैकड़ों हिंदू घरों, व्यवसायों और मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है। भारत सरकार पड़ोसी देश के हालात पर नज़र बनाए हुए है। इस बीच भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने लोगों से देश में शांति की रक्षा के लिए लोगों से हथियार उठाकर तैयार रहने का आवाह्न किया है।
शनिवार को एक्स पर उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, "शांति हवा या सूरज की रोशनी नहीं है जिसे आप अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं और मुफ़्त में आपके पास आ जाएगी। महाभारत हो या रामायण दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ी लड़ाइयाँ शांति के लिए लड़ी गई हैं।"
उन्होंने लोगों से आवाह्न करते हुए आगे कहा, "अपनी तलवारें उठाएँ और उन्हें धारदार रखें, हर रोज़ किसी न किसी तरह की लड़ाई का अभ्यास करें। अगर ज़्यादा नहीं तो हर रोज़ आत्मरक्षा के लिए 10 मिनट दें। दूसरों के हथियारों के आगे समर्पण करना आपकी लड़ाई में अक्षमता का नतीजा नहीं होना चाहिए।"
मंडी से सांसद ने कहा, "भरोसे में समर्पण करना प्यार है लेकिन डर में समर्पण करना कायरता है। इज़राइल की तरह अब हम भी चरमपंथियों के घेरे में हैं। हमें अपने लोगों और अपनी ज़मीन की रक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए।"
Peace is not air or sun light that you think is your birth right and will come to you for free. Mahabharata ho ya Ramayana biggest battles in the history of the world have been fought for peace. Pick your swords and keep them sharp, practice some combat form everyday. If not much…
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) August 10, 2024
वहीं जैसे ही उन्होंने देश में खतरे के बारे में अपने विचार साझा किए, वैसे ही नेटिज़ेंस ने इस बारे में अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दी। कुछ लोग अभिनेत्री के समर्थन में आए, जबकि अन्य ने लोगों को भड़काने और देश में शांति बनाए रखने में विफल रहने के लिए उनकी आलोचना की।
एक उपयोगकर्ता ने लिखा, "सुधार! चरमपंथी केवल सीमाओं पर ही चुनौती नहीं हैं। यह एक आंतरिक चुनौती भी है। चरमपंथी ताकतें संसद में भी मौजूद हैं।" एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की, "अच्छे मेकअप और महंगे कपड़ों के साथ साध्वी प्राची का अंग्रेजी मीडियम वर्जन।"