काबुल में हुए बम धमाके की भारत ने की कड़ी निंदा, कहा- आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत
By दीप्ती कुमारी | Updated: August 27, 2021 08:45 IST2021-08-27T08:41:24+5:302021-08-27T08:45:31+5:30
अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए आइएस हमले की भारत ने कड़ी निंदा की है । इस हमले में अमेरिका के 12 जवान भी मारे गए और 15 घायल है ।

फोटो- काबुल एयरपोर्ट पर हुआ दोहरा बम धमाका
काबुल : भारत ने गुरूवार शाम काबुल हवाईअड्डे पर हुए बम धमाके की कड़ी निंदा की है । विदेश मंत्रालय ने कहा कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है ।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम इस आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं।" अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गुरुवार शाम हुए दोहरे विस्फोटों में 60 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 150 घायल हो गए । काबुल हवाई अड्डे पर हुए विस्फोटों में कम से कम 12 अमेरिकी सैन्यकर्मी भी मारे गए हैं और 15 घायल हो गए । तालिबान ने अमेरिका को 31 अगस्त तक एयरपोर्ट खाली करने को कहा था और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी आइएस हमले की आशंका जताई थी ।
बाइडेन ने कहा- हमले का बदला लिया जाएगा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के प्रधान मंत्री नेफ्ताली बेनेट के साथ अपनी बैठक रद्द कर दी और हमलावरों को चेतावनी दी कि अमेरिका उन्हें छोड़ेगा नहीं । "हम माफ नहीं करेंगे । हम नहीं भूलेंगे । हम अपना बदला लेंगे और आतंकियों को इसकी भरपाई करनी होगा । बाइडेन ने कहा कि हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे । हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा ।"
अमेरिका ने पहले ही अपने नागरिकों को हवाई अड्डे से दूर रहने की चेतावनी दी थी और इस्लामिक स्टेट द्वारा खतरे की चेतावनी जारी की थी । अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी की ओर से नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर रहने को कहा गया था । एजेंसियों के अनुसार, आतंकवादी समूह आईएसआईएस-के ने काबुल हवाई अड्डे पर हुए घातक दोहरे हमले की जिम्मेदारी ली है ।
इस बीच, भारत ने गुरुवार को 11 नेपाली नागरिकों सहित 35 लोगों को निकाला लेकिन अफगान सिखों और हिंदुओं सहित लगभग 140 अन्य लोगों को नहीं निकाल सका, जो तालिबान द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक नहीं पहुंच सके ।
आपको बताते दें कि अफगानिस्तान पर 15 अगस्त को तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जा किए जाने के बाद से भारत द्वारा 800 से अधिक लोगों को वहां निकाल चुकी है । तालिबान के शासन के बाद अफगानिस्तान के हालात बदतर होते जा रहे हैं और अब इस हमले में कई बेगुनाह लोगों की जान चली गई है ।