CJI दीपक मिश्रा की पीठ आज करेगी जज बीएच लोया की मौत के जांच से जुड़ी PIL पर सुनवाई
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: February 2, 2018 10:40 IST2018-02-02T10:17:18+5:302018-02-02T10:40:19+5:30
22 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस दीपक मिश्रा की तीन सदस्यीय बेंच ने मामले को गंभीर बताते हुए सारे कागजात मंगाए थे। उन्होंने जज लोया की मौत को गंभीर मुद्दा बताया।

CJI दीपक मिश्रा की पीठ आज करेगी जज बीएच लोया की मौत के जांच से जुड़ी PIL पर सुनवाई
विशेष सीबीआई जज बीएच लोया की संदिग्ध मौत की जांच की मांग कर रही दो याचिकाओं पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की जाएगी। 22 जनवरी को हुई पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने याचिका में उठाए गए मुद्दों को गंभीर बताया था। सुप्रीम कोर्ट में लंबित दो याचिकाएं कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला और महाराष्ट्र के पत्रकार बीएस लोन ने दायर की हैं। इस मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खण्डपीठ कर रही है।
पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं के वकील दुष्यंत दवे को इस बात के लिए फटकार लगाई जब वो इस मामले में बार-बार अमित शाह का जिक्र कर रहे हैं। कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह के प्रति भी नाराजगी जताई थी जिन्होंने इस केस के मीडिया ट्रॉयल का समर्थन किया था। बाद में उन्होंने मीडिया संबंधी अपना बयान वापस ले लिया।
22 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस दीपक मिश्रा की तीन सदस्यीय बेंच ने मामले को गंभीर बताते हुए सारे कागजात मंगाए थे। सारे पक्षकारों को निर्देश दिया गया था कि इससे जुड़े दस्तावेज दाखिल करें। यह भी कहा गया कि जज लोया की मौत से जुड़े सभी मामलों की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में की जाएगी।
क्या है जज बीएच लोया की संदिग्ध मौत का पूरा मामला?
विशेष सीबीआई जज बीएस लोया सोहराबुद्दीन एनकाउंटर की मामले की सुनवाई कर रहे थे। इस मामले में अमित शाह आरोपी बनाए गए थे। 1 दिसंबर 2014 को जज लोया नागपुर में एक सहकर्मी की बेटी की शादी के समारोह में शामिल होने गए थे। नागपुर के सरकारी गेस्ट हाउस में जज लोया को दिल का दौरा पड़ा। अस्पताल पहुंचते तक उनकी मौत हो गई थी। डॉक्टरों ने भी जज लोया की मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना बताया।
कांग्रेस कर रही है स्वतंत्र जांच की मांग
कांग्रेस पार्टी जज लोया की मौत के मुद्दे को जोरशोर से उठा रही है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट से एक अलग एसआइटी बनाकर जांच कराने की मांग की और बताया कि लोया के बाद एक और रिटायर्ड जज व एक अधिवक्ता की रहस्यमय स्थितियों में मौत हुई थी। कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जज लोया की मौत से जुड़े कुछ गंभीर सवाल उठाए थे...
- जज बीएच लोया की मिली सरकारी सुरक्षा को 24 नवंबर 2015 को वापस क्यों ले लिया गया?
- नागपुर में उनको कोई सुरक्षा क्यों नहीं मिली हुई थी।
- मुंबई से नागपुर की गए जज लोया का कोई ट्रैवल रिकॉर्ड क्यों नहीं है?
- नागपुर के जिस वीआईपी गेस्ट हाउस में जज लोया और जज मोदक ठहरे थे वहां के रजिस्टर में कोई एंट्री क्यों नहीं है।
- परिवार के सदस्यों की अनुमति के बिना जज लोया का पोस्टमार्टम क्यों कर दिया गया?
यूथ बार एसोसिएशन ने डाला याचिका पर प्रतिवाद
यूथ बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने जज लोया की मौत से जुड़ी याचिकाओं पर अपना प्रतिवाद जोड़ दिया हैष इसमें उन्होंने कई सवाल उठाए हैं..
- लोया को छाती में दर्द हुआ, वे अस्पताल कैसे पहुंचे?
- दांडे अस्पताल में ईसीजी किया गया कि नहीं?
- मेडिटिना अस्पताल में मृत घेषित किया गया?
- मौत का समय?
- पंचनामा और उसके बाद?
- जज के पहने कपड़े पर खून
- लाश का परिवहन?