जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा के बाद पूरे देश में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इस बीच बुधवार को जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए पूछा है कि आंदोलनकारियों का समर्थन करने वाले लोग उन हजारों छात्रों और शिक्षकों का समर्थन क्यों नहीं कर रहे हैं जो शिक्षा से वंचित रह रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, कुलपति एम जगदीश कुमार ने कहा, 'मैं आंदोलनकारियों का समर्थन करने के लिए आने वाले उन सभी महान हस्तियों से पूछना चाहता हूं, उन हजारों छात्रों और शिक्षकों के बारे में जो शोध और शिक्षण करने के अपने अधिकारों से वंचित हैं? आप उनके साथ क्यों नहीं खड़े हो सकते?इधर, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को कुलपति से मुलाकात की और छात्रों से अधिक संवाद करने एवं जेएनयू परिसर में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने का सुझाव दिया। अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय ने जेएनयू परिसर में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने को कहा है।
जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘आज सुबह अमित खरे (सचिव एचआरडी) तथा जी सी होसूर (संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा) से मुलाकात की और उन्हें जेएनयू में सामान्य स्थिति बहाल करने के बारे में उठाये जा रहे कदमों से अवगत कराया।’’
कुमार ने कहा कि जो छात्र शीत सेमेस्टर में पंजीकरण कराना चाहते हैं, उन्हें सुविधा मुहैया कराने तथा अकादमिक कार्यो के लिये उपयुक्त माहौल बनाने के लिए सभी कदम उठाये जा रहे हैं।
मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में संचार एवं सूचना व्यवस्था की मरम्मत की गई है और अब वे काम कर रहे हैं। शीत सत्र के लिये छात्रों के पंजीकरण कराने के लिये बिना किसी जुर्माने के तिथि को 20 जनवरी 2020 तक बढ़ा दिया गया है। इसमें बताया गया है कि पंजीकरण की प्रक्रिया के तहत आनलाइन पंजीकरण के लिये 3300 छात्रों ने फीस जमा कर दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी पक्षकारों से अपील की है कि वे परिसर में शांति बनाये रखें और किसी उकसावे में न आएं। गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार कुछ नकाबपोशों ने परिसर में प्रवेश कर छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था। बाद में प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था।