JNU के छात्रों ने लगाया पुलिस पर लाठियां बरसाने का आरोप, ट्विटर पर लोगों ने पूछा- अमित शाह क्या यही छात्रों के इलाज का तरीका है?
By रामदीप मिश्रा | Published: November 18, 2019 07:07 PM2019-11-18T19:07:42+5:302019-11-18T20:40:39+5:30
विश्वविद्यालय के छात्र, छात्रावास शुल्क में बढ़ोतरी के खिलाफ पिछले तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे अपनी मांगों की तरफ संसद का ध्यान आकृष्ट करने के लिए सड़क पर उतरे।
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के हजारों छात्रों ने सोमवार (18 नवंबर) को संसद तक मार्च निकाला। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प भी देखी गई। छात्रों का आरोप है कि प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने लाठी भी चार्ज कर दिया। इस बीच ट्विटर पर जेएनयू के छात्रों पर की गई पुलिसिया कार्रवाई को लेकर लोगों ने जमकर लताड़ लगाई है और ट्विटर के टॉप ट्रेंड में #EmergencyinJNU ट्रेंड करने लगा है।
एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया है, 'बीजेपी का लोकतंत्र। अभी जेएनयू में बीजेपी यही कोशिश कर रही है।'
BJP's democracy. This is what BJP is trying in JNU right now.#EmergencyinJNU#SaveJNUpic.twitter.com/0fFsXszG1f
— Sanghamitra (@AudaciousQuest) November 18, 2019
फातिमा ने ट्विट किया, शिक्षा हमारा अधिकार है, हमें सुनो!
#EmergencyinJNU Education is our right, hear us! pic.twitter.com/R1vG1Z9Vrh
— Fathima M (@fathimasahar) November 18, 2019
अमित शाह की दिल्ली पुलिस ने जेएनयू छात्रों पर बढ़े शुल्क की रोलबैक की मांग के लिए बेरहमी से हमला किया। क्या यह छात्रों के इलाज का तरीका है?
Amit Shah’s Delhi police brutally assaulted JNU students for demanding the rollback of increased fee. Is it the way to treat students?#EmergencyinJNU
— Ravi Nair (@t_d_h_nair) November 18, 2019
pic.twitter.com/INfnwW0spV
JNU Students protesting for saving state funding of higher education targeted by Delhi cops.... #emergencyinJNUpic.twitter.com/jMtbWcEN5P
— Comrade from Kerala (@ComradeMallu) November 18, 2019
आपको बता दें कि जेएनयू के छात्रों के प्रदर्शन के चलते दिल्ली की ट्रैफिक पर भी पड़ा है। जेएनयू के छात्र बड़ी संख्या में सोमवार सुबह संसद मार्च के लिए निकले। विश्वविद्यालय के छात्र, छात्रावास शुल्क में बढ़ोतरी के खिलाफ पिछले तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे अपनी मांगों की तरफ संसद का ध्यान आकृष्ट करने के लिए सड़क पर उतरे।
छात्रों का कहना है कि जब तक सरकार शुल्क वृद्धि वापस नहीं ले लेती है तब तक वे प्रदर्शन करते रहेंगे। संसद की ओर से मार्च के दौरान कई छात्र अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के छात्र छात्रावास नियमावली के खिलाफ पिछले तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस नियमावली में छात्रावास के शुल्क में वृद्धि, ड्रेस कोड और आने-जाने का समय तय करने के नियम वाले प्रावधान हैं। बता दें कि छात्रों के विरोध को देखते हुए पहले ही प्रशासन ने संसद के आसपास के क्षेत्रों में धार 144 लगा दी थी।