JK Assembly Elections 2024: कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के बीच प्रदेश की 90 सीटों पर मिल कर चुनाव लड़ने का समझौता हो गया है। इसकी घोषणा दोनों पार्टियों द्वारा संयुक्त तौर पर करते हुए कहा गया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस मिलकर सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। दोनों पार्टियों के बीच सभी 90 विधानसभा सीटों पर गठबंधन हो गया है। आज रात तक कागजी कार्रवाई पूरी हो जाएगी। कांग्रेस, नेकां और सीपीआई (एम) साथ में हैं। हम साथ मिलकर काम करेंगे और चुनाव लड़ेंगे। हमें उम्मीद है कि राज्य का दर्जा वापस मिलेगा।
किसी के लिए कोई दरवाजा बंद नहीं है। हालांकि कुछेक सीटों पर जो विवाद उठा है उसे आज रात तक सुलझा लेने की बात कही जा रही है। कांग्रेस ने भी अपने एक्स अकाउंट से गठबंधन की घोषणा की है। जिसमें कहा कि आज पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने श्रीनगर में नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की।
कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि हमारी बैठक हुई। हमारी योजनाएं सही रास्ते पर हैं और हमें उम्मीद है कि गठबंधन अच्छा चलेगा। सीट बंटवारे पर हमारे बीच विचार चल रहा है। आज शाम तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने श्रीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि जम्मू कश्मीर का प्रतिनिधित्व करना और इसे वापस राज्य का दर्जा दिलाना सबसे जरूरी है।
यहां से मेरा खून का रिश्ता है। ऐसे में उम्मीद है कि चुनाव में लोग हमारा साथ जरूर देंगे। राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि लोकसभा चुनाव में हमने पीएम मोदी का कॉन्फिडेंस तोड़ दिया है। अब उनकी छाती 56 इंच की नहीं रही। वे कंधे झुकाकर चलते हैं। जम्मू-कश्मीर चुनाव में गठबंधन तभी होगा जब कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को इज्जत मिलेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर हम जम्मू कश्मीर चुनाव जीतेंगे तो सारा हिंदुस्तान हमारे कब्जे में आएगा। राहुल और खड़गे दो दिन के जम्मू कश्मीर दौरे पर हैं। दोनों नेता 21 अगस्त की शाम श्रीनगर पहुंचे। दूसरे दिन दोनों नेता कार्यकर्ताओं से मिले। हालांकि इस समझौते में डोडा विधानसभा सीट पर सीट बंटवारे पर बातचीत अटकी हुई है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि दोनों पार्टियां डोडा सीट पर चुनाव लड़ना चाहती हैं, जो परंपरागत रूप से कांग्रेस पार्टी का गढ़ रहा है। सूत्रों का कहना था कि दोनों पार्टियों की समन्वय समिति ने सीटों के बंटवारे को लगभग अंतिम रूप दे दिया है, जिसमें कुछ औपचारिकताएं बाकी हैं, लेकिन डोडा विधानसभा सीट पर बातचीत अटकी हुई है।
जहां से नेशनल कांफ्रेंस अपने नेता और पूर्व गृह राज्य मंत्री खालिद नजीद सुहरवर्दी को मैदान में उतारना चाहती है, जबकि कांग्रेस दावा कर रही है कि वे पहले भी इस सीट पर जीतते रहे हैं और नेशनल कांफ्रेंस कहीं भी उनके करीब नहीं है। उन्होंने कहा कि लेकिन नेशनल कांफ्रेंस के सदस्य किसी भी कीमत पर यह सीट चाहते हैं।
जबकि कांग्रेस भी पीछे नहीं हट रही है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष विकार रसूल वानी हार मानने को तैयार नहीं हैं। नेकां के एक सूत्र ने कहा कि वानी का मानना है कि कांग्रेस ने पिछले चार सालों में कड़ी मेहनत की है, जबकि नेकां कहीं नहीं रही।