बिहार: पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का ब्राह्मणों पर विवादित बयान, अपशब्द का किया इस्तेमाल, अब दी ये सफाई
By विनीत कुमार | Updated: December 19, 2021 14:42 IST2021-12-19T14:27:42+5:302021-12-19T14:42:06+5:30
बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के एक बयान पर विवाद मच गया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में ब्राह्मणों के लिए अपशब्द का इस्तेमाल किया। हालांकि अब मांझी ने सफाई दी है कि उन्होंने वह शब्द अपने समुदाय के लोगों के लिए इस्तेमाल की थी।

जीतन राम मांझी का ब्राह्मणों पर विवादित बयान (फाइल फोटो)
पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी एक बार फिर विवादों में हैं। पटना में एक कार्यक्रम में उन पर ब्राह्मणों को लेकर अपशब्द करने के आरोप लगे हैं। मांझी के इस बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
भुइयां मुसहर सम्मेलन में मांझी के विवादित बोल
मांझी ने ब्राह्मणों को लेकर विवादि बयान शनिवार शाम को पटना में आयोजित भुइयां मुसहर सम्मेलन में दिया। वे इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। यहीं अपने भाषण के दौरान धर्म और राजनीति पर बात करते हुए मांझी ने विवादित बयान दिया।
मांझी ने कहा, 'बाबा अंबेडकर मरने से पहले हिंदू धर्म में नहीं हुए, बौद्ध धर्म में होकर उनकी मृत्यु हुई...वो कहते थे हिंदू धर्म इतना खराब धर्म है..आपलोग माफ कीजिएगा आजकल हमारे गरीब तबके के लोगों में धर्म की परायनता ज्यादा आ रही है, सत्यनारायण की पूजा का नाम हमलोग नहीं जानते थे लेकिन अब हमारे हर टोला में भी सत्यनारायण स्वामी की पूजा होती है। और इतनी भी शर्म हमें नहीं आती कि पंडित ****** आते हैं और कहते हैं कि नहीं खाएंगे बाबू आपके यहां, कुछ नगदी दे दीजिएगा।'
बयान पर विवाद के बाद मांझी ने दी सफाई
बहरहाल, बयान पर विवाद बढ़ने के बाद जीतनराम मांझी ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने उस शब्द का इस्तेमाल अपने समाज के लिए किया था। अगर किसी तरह की कोई गलतफहमी हुई है तो वे इसके लिए माफी मांगते हैं।
I used the 'Harami' word for our community, not for pandits. If a misunderstanding has happened then I apologize for that: Former Bihar CM Jitan Ram Manjhi pic.twitter.com/CQxLZ9MPUz
— ANI (@ANI) December 19, 2021
मांझी ने साथ ही कहा, 'मैंने अपने समुदाय के लोगों से कहा है कि आज विश्वास के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं लेकिन गरीबों का कल्याण नहीं हो रहा है। पहले SC लोग पूजा में विश्वास नहीं करते थे लेकिन अब पंडित उनके घर आते हैं, खाने से मना करते हैं लेकिन पैसे लेते हैं।'
वहीं, मांझी के बयान पर उनकी पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने उनका बचाव करते हुए कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। रिजवान ने कहा कि मांझी की सभी संप्रदाय और तमाम जातियों के प्रति उनकी आस्था है।