झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 की मतगणना जारी है। अब तक आए 81 सीटों के रुझानों में बीजेपी को 33, जेएमएम+ को 37, जेवीएम को 3, आजसू को 3 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है। ताजा रुझान के मुताबिक झारखंड त्रिशंकु विधानसभा की तरफ बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में नतीजों के बाद जोड़-तोड़ की पूरी कोशिश की जाएगी। इसमें आजसू सरकार बनाने में एक बड़ी भूमिका निभाएगा। ऐसे में सवाल उठता है कि आजसू पार्टी चुनाव बाद गठबंधन में किसके साथ जाएगी?
झारखंड में भाजपा की पूर्व सहयोगी आजसू पार्टी ने संकेत दिया था कि वह ऐसी किसी भी पार्टी के साथ चुनाव बाद गठबंधन के लिए तैयार है जो उसके बेहतर एवं समावेशी शासन के एजेंडे को पूरा करती हो। आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि पार्टी के लिए उसका मिशन ‘‘अबकी बार गांव की सरकार’’ सर्वेपरि है जो गांवों को शासन प्रणाली का मूलभूत हिस्सा बनाने के लिए है।
यह पूछे जाने पर कि राज्य में खंडित जनादेश आने पर उनकी पार्टी किसका समर्थन करेगी, उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘मैं किसी पार्टी या व्यक्ति की सरकार नहीं बनाना चाहता। में झारखंड के लोगों की सरकार चाहता हूं जो लोगों के समग्र विकास के लिए काम करे..मेरे लिए कांग्रेस और भाजपा एक जैसी हैं।’’
आजसू पार्टी ने 2014 विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन करके लड़ा था। पार्टी ने आठ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे जिनमें से उसने पांच पर जीत दर्ज की थी। इस बार पार्टी अकेले चुनाव लड़ रही है और 81 सदस्यीय विधानसभा में 53 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।