Jharkhand Mining Scam: आईएएस पूजा सिंघल की बढ़ी मुसीबत, ईडी ने जारी किया नोटिस, सीए और पति अभिषेक से पूछताछ जारी
By एस पी सिन्हा | Updated: May 9, 2022 18:14 IST2022-05-09T18:13:36+5:302022-05-09T18:14:59+5:30
Jharkhand Mining Scam: मनरेगा निधि के कथित गबन और अन्य आरोपों से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए झारखंड की खनन सचिव पूजा सिंघल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को रांची में अपने कार्यालय में बुलाया है.

ईडी की जांच धनशोधन के एक मामले से संबंधित है जिसमें झारखंड सरकार के एक पूर्व कनिष्ठ अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा को एजेंसी ने 17 जून, 2020 को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया था.
Jharkhand Mining Scam:झारखंड की खनन व उद्योग विभाग की सचिव आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. ईडी ने पूजा सिंघल को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया है. सिंघल से यह पूछताछ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अपने रांची स्थित कार्यालय में करेगी.
आईएएस अधिकारी को यह नोटिस थमा दिया गया है और उन्हें मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. सूत्रों के अनुसार ईडी पूजा सिंघल से जवाब तलब करेगी, जिसका सामना उन्हें करना पड़ेगा. माना जा रहा है कि सीए सुमन कुमार सिंह और पति अभिषेक झा से पूछताछ में कुछ अहम बात की जानकारी ईडी को मिली है.
उसी संदर्भ में पूजा सिंघल से पूछताछ की जाएगी. फिलहाल ईडी पूजा सिंघल के सीए और उनके पति अभिषेक से पूछताछ कर रही है. माना जा रहा है कि पूछताछ के बाद पूजा सिंघल और उनके दूसरे पति अभिषेक झा की गिरफ्तारी हो सकती है. दोनों पति-पत्नी को एक साथ गिरफ्तार करने की ईडी की योजना है.
उम्मीद जताई जा रही है कि आज की जा अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार सिंह से की जा रही पूछताछ में कुछ नए खुलासे हो सकते हैं. ईडी ने अदालत से कहा है कि पूजा सिंघल के खाते में एक करोड़ रुपये से अधिक नकद जमा किए गए हैं. उनके खातों में उनके वेतन के अलावा 1.43 करोड़ रुपये की भारी नकद जमा, राज्य के विभिन्न जिलों के डीसी रहने के दौरान की गई है.
इस दौरान उन्होंने अपने निजी खाते से सीए सुमन कुमार सिंह को तीन बार में कुल 17 लाख रुपये ट्रांसफर किए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने रांची की विशेष पीएमएलए अदालत को बताया है कि आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल ने कथित तौर पर अपने व्यक्तिगत खाते से 16.57 लाख रुपये उनके सीए सुमन कुमार सिंह के खाते में ट्रांसफर किए हैं.
सूत्रों जो जानकारी मिल रही है अभिषेक झा और सुमन कुमार सिंह से जो भी बात हो रही है उसे कलमबंद किया जा रहा है. दोनों से पूछे गए सवाल और उत्तर दोनों को नोट किया जा रहा है. अभिषेक झा से उसकी संपत्ति, आय के श्रोत, परिवार के सदस्यों का व्यवसाय और आय संबंधित जानकारी ली जा रही है. ईडी यह भी जानना चाहती है कि उनका विदेशों में कोई कारोबार या संपत्ति तो नहीं है?
रविवार को रात तक सभी मामलों पर पूछताछ पूरी नहीं पाई थी. इसलिए उसे आज फिर से बुलाया गया है. इससे पहले पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा से सोमवार को लगातार दूसरे दिन भी ईडी द्वारा पूछताछ की जा रही है. अभिषेक से ईडी और आयकर विभाग के अधिकारियों ने रविवार देर रात तक पूछताछ की थी. इस दौरान अभिषेक के सीए सुमन कुमार को पूछताछ के लिए सामने बैठाया गया था.
बता दें कि शनिवार सुबह ईडी ने पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह को हिरासत में लिया था. ईडी के रांची कार्यालय में दिनभर पूछताछ की और शाम में गिरफ्तार कर लिया. सुमन के बूटी के हनुमान नगर आवास से 19.31 करोड़ रुपए मिले थे. सुमन ने बताया था कि पैसे उसके हैं, लेकिन ये पैसे कहां से आए, इस बारे में कोई साफ जानकारी नहीं दे सका था.
सीए ने जब्त पैसों को अपना और अपने क्लाइंट का बताया. इडी के अधिकारियों द्वारा सभी क्लाइंट और उनके द्वारा दी गई राशि का विस्तृत ब्योरा पूछे जाने पर सीए ने पहले आना-काना की. फिर कहने लगा कि वह क्लाइंट का नाम नहीं बता सकता है, क्योंकि इससे उसकी जान को खतरा हो सकता है. इडी के अधिकारियों ने सीए से पल्स के एमडी और उसके संबंधों के बारे में पूछताछ की.
क्योंकि वह अभिषेक झा का भी हिसाब-किताब देखता है. सीए सुमन कुमार सिंह के सामने की गई. सुमन कुमार सिंह का कनेक्शन आइएएस पूजा सिंघल से है. अभिषेक झा रांची में पल्स अस्पताल का मालिक है. जांच इस बात की हो रही कि बरामद रुपये किसके हैं? उधर, पूजा सिंघल के खिलाफ चल रही ईडी की कार्रवाई मामले में राजनीति और भी तेज हो गई है.
अब पूजा सिंघल को गिरफ्तार करने मांग उठने लगी है. रांची में राजभवन के सामने इसे लेकर आज धरना दिया गया. झारखंड यूथ एसोसिशन के बैनर तले युवाओं ने एक दिन का धरना दिया. एसोसिएशन के कार्यकर्ता राज्य की खनन सचिव पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाने की रणनीति के तहत धरना पर बैठे. धरना पर बैठे युवा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल से यह भी मांग किया है कि झारखंड में सभी नेता, मंत्री और अधिकारियों की संपत्ति की जांच की जाए. यह जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई है.