झारखंड विधानसभा परिसर में नमाज कमरा पर विवाद, भाजपा विधायकों ने ढोलक और झाल लेकर किया कीर्तन, जानें मामला
By एस पी सिन्हा | Updated: September 6, 2021 16:59 IST2021-09-06T16:58:31+5:302021-09-06T16:59:25+5:30
झारखंड विधानसभा में भाजपा सदस्यों ने नमाज पढ़ने के लिए एक कमरा आवंटित करने के मुद्दे पर सोमवार को भारी हंगामा किया, जिसके कारण सदन की बैठक बाधित हुई.

भाजपा सदस्य ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए आसन के समीप चले गये.
रांचीः झारखंड विधानसभा परिसर में नमाज अदा करने के लिए अलग कमरा आवंटित किए जाने पर सियासत गर्मा गई है. विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन आज सोमवार को भाजपा विधायकों ने सत्र शुरू होने से पहले ही ढोलक व झाल लेकर कीर्तन करना शुरू कर दिया.
वे विधानसभा में नमाज के लिए कमरा आवंटन रद्द करने की मांग कर रहे थे. सदन कार्यवाही शुरू होने के बाद भी वे हंगामा करने लगे और जय श्री राम, हर-हर महादेव का जयघोष किया. विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो के मना करने के बाद भी वे नहीं माने. इधर, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने विधानसभा के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ा. जबकि भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर कीर्तन किया.
हरे-राम, हरे कृष्णा भजन गाते हुए सरकार पर जमकर हमला बोला. इसके बाद सदन के अंदर भाजपा विधायक सचिव के टेबल पर बैठ गए. विधानसभा अध्यक्ष ने सभी को हटाने का निर्देश दिया. इस दौरान बंधु तिर्की, इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला आदि उलझने लगे. विरोध के बीच कांग्रेस विधायक भी वेल में उतरे.
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि महिला कर्मियों का आसन छोड़ दीजिए, मर्यादा में रहिए. हंगामा के बीच ही उमाशंकर अकेला ने अपनी बातें रखनी शुरू की. लेकिन कार्यवाही के दौरान भी भाजपा विधायक शांत नहीं हुए. इससे प्रश्नकाल बाधित हो गया. विधानसभा अध्यक्ष ने इन्हें बार-बार समझाया, लेकिन वे नहीं माने और जय श्रीराम, हर-हर महादेव का जयघोष करते रहे.
इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. इस मौके पर भाजपा विधायक विरंची नारायण, समरी लाल, मनीष जायसवाल, अमर कुमार बाउरी, शशिभूषण मेहता, अनंत ओझा समेत अन्य विधायक मौजूद थे.
इससे पहले इस मामले के सामने आने के बाद भाजपा विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने कहा था कि विधानसभा में मंदिर के लिए कमरे का आवंटित किया जाय. अगर ऐसा होता है तो भाजपा खुद अपने खर्च पर हनुमान मंदिर का निर्माण कराएगी. वहीं, भाजपा के मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने कहा कि नमाज के लिए कक्ष आवंटित करने से अन्य समुदाय के लोगों की भावनाएं आहत हुई है.
भाजपा अन्य समुदाय के लिए भी विधानसभा भवन में प्रार्थना कक्ष आवंटित होने तक सत्र का संचालन नहीं होने देगी. उधर, सत्तापक्ष ने भाजपा के मुद्दों से भटका हुआ बताया है. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि विपक्ष जनादेश का सम्मान करते हुए सदन में सकारात्मक भूमिका निभाए.
झारखंड विधानसभा भवन में पूर्व से ही नमाज के लिए कक्ष आवंटित है. वर्ष 2001 में जब बाबूलाल मरांडी मुख्यमंत्री थे, तब उनके कहने पर ही तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष नामधारी सिंह ने नमाज के लिए स्थान निर्धारित किया था. 2007 में भी कक्ष का आवंटन हुआ.
अब विधानसभा नए भवन में स्थानांतरित हो गई है तो नए सिरे से कक्ष का आवंटन किया गया है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. भाजपा के पास अब कोई मुद्दा नहीं है. वह कभी सरकार गिराने की साजिश करती है तो कभी समाज को सांप्रदायिकता के आधार पर बांटने के काम में जुट जाती है.