झांसी मेडिकल कॉलेज मामला: सीएम योगी ने एक दिन में मांगी रिपोर्ट, मरीज को 2 लाख मुआवजा
By कोमल बड़ोदेकर | Published: March 11, 2018 11:04 PM2018-03-11T23:04:39+5:302018-03-11T23:04:39+5:30
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ऐसी शर्मनाक हरकत पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इस पूरे मामले की 1 दिन में रिपोर्ट में मांगी है।
झांसी, 11 मार्च। झांसी मेडिकल कॉलेज में इलाज के तौरान मरीज के कटे पैर को उसकी तकिया के रूप में इस्तेमाल किए जाने की घटना से लगभग हर कोई विचलित है। मामला सुर्खियों में आने पर एक ओर जहां इसकी कड़ी आलोचना हो रही है वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ऐसी शर्मनाक हरकत पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इस पूरे मामले की 1 दिन में रिपोर्ट में मांगी है। इसके इलावा सीएम योगी ने पीड़ित मरीज के लिए दो लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है।
क्या है मामला
यूपी के झांसी से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके मुताबिक एक घायल युवक का पैर काटने के बाद डॉक्टरों ने उसके कटे हुए पैर को ही तकिया बनाकर युवक के सिर के नीचे रख दिया है। डॉक्टरों के इस रूप से हर कोई हौरान है। शनिवार सुबह शहर के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में एक युवक को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
घायल युवक की हालत काफी गंभीर थी जिसके चलते उसका बायां पैर डॉक्टरों को काटना पड़ा। इस घायल के सिर से लगाने के लिए कुछ नहीं मिला तो उसका ही कटा हुआ पैर उसके सिरहाने पर रख दिया गया।
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath announces a compensation of Rs 2,00,000 for the patient in #Jhansi incident where the hospital staff used his severed leg as a pillow for him. The CM also asked the Chief Medical Secretary to submit a report of the incident in 1 day.
— ANI UP (@ANINewsUP) March 11, 2018
दो वरिष्ठ डाक्टर व नर्सें निलंबित
इस घटना के वीडिो के वायर होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और झांसी मेडिकल कालेज में हुई इस घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन के निर्देश पर शासन ने कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने दो डॉक्टरों और नर्स को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही परामर्शदाता डा. प्रवीण सरावगी को चार्जशीट देकर खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है।