जबलपुरः मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज सेठ गोविंददास शासकीय जिला चिकित्सालय पहुंचकर वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जवाहरलाल दर्डा की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर आयोजित सभा के दौरान उन्होंने कहा कि जवाहरलाल दर्डा ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया और जबलपुर से उनका गहरा नाता रहा है। जबलपुर में उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की दिशा में भी उल्लेखनीय कार्य किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जबलपुर से नेताजी सुभाषचंद्र बोस का भी गहरा नाता रहा है।
उन्होंने अंग्रेजों के दम्भ को तोड़ा और 23 वर्ष की उम्र में आईसीएस की परीक्षा पास की। जिस समय अंग्रेज भारतीयों के ज्ञान स्तर को कम आंकते थे। महात्मा गांधी ने भी अफ्रीका से स्वतंत्रता की लड़ाई की शुरूआत कर एक नई दिशा दी। स्वतंत्रता संग्राम में कई महान विभूतियों ने अपना अमूल योगदान दिया।
मध्यप्रदेश झाबुआ से चंद्र शेखर आजाद ने भी कभी अंग्रेजों की अधीनता नहीं स्वीकारी और उन्होंने स्वयं को जीते जी आजाद रहने का संकल्प पूरा किया। श्री दर्डा ने आजादी के पहले स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी और स्वतंत्रता के पश्चात महाराष्ट्र के कई मंत्रालयों में 23 वर्ष तक कई जिम्मेदारियों का निर्वाहन कर सामाजिक सारोकार और जनहित के कई उल्लेखनीय कार्य किए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार बढ़ रही हैं। 2002-03 में जहां 5 मेडिकल कॉलेज थे। 20 साल बाद 30 मेडिकल हो गयें हैं और 2 साल बाद 50 मेडिकल कॉलेज हो जायेंगे। मध्यप्रदेश तेजी से औद्योगिक विकास की ओर बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश की विकास दर 12 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है।
आर्थिक रूप से 2002-03 में जहां प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रूपये होती थी, वहीं अब 1 लाख 52 हजार रूपये हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत भी तेजी से आर्थिक विकास कर रहा है। अब भारत जापान को पीछे छोड़कर चौथे नंबर की अर्थव्यवस्था बन चुका है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सेना का अभिनंदन करते हुए कहा कि सेना ने देश का मान रखा, दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब दिया।
जिसे पाकिस्तान कभी नहीं भूल पायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लोकमत पत्र समूह द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कहा कि अब समय बदल चुका है। मध्यप्रदेश में कई विकास के कार्य हो रहे हैं, जबलपुर सहित समूचा महाकौशल क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा हैं, विकास को लेकर प्रदेश सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
कार्यक्रम में लोकमत मीडिया समूह के प्रबंध निदेशक देवेन्द्र दर्डा जी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव का पुष्प देकर स्वागत किया। देवेंद्र दर्डा जी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कारधानी जबलपुर के साथ हमारा गहरा नाता रहा है। हमारे लिए ये तीर्थ से कम नहीं है। यही वजह है यहां पर लोकमत के संस्थापक संपादक जवाहरलाल बाबूजी ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान एक साल 9 महीने के कठोर कारावास झेला था। 2004 में जब जबलपुर में विपदा आई तब अस्पताल में आईसीयू का निर्माण करवाया गया था।
जिस जेल में बाबूजी के रहे थे वहां पर चिकित्सा शिविर का आयोजन हर साल होता है और कैदियों को जरूरी दवाएं मुहैया कराई जाती है। श्री देवेंद्र दर्डा ने कहा कि आजादी का प्रतिफल कैसे लोगों तक पहुंचे उसके लिए जवाहरलाल दर्डा जी ने दो रास्ते अख्तियार किये। एक अखबार का दूसरा राजनीति का।
अखबार के लिए मूल मंत्र पाठक रहा है और इसी सूत्र वाक्य को लेकर डॉक्टर विजय दर्डा और राजेंद्र दर्डा जी आगे बड़े। लोकमत समूह प्रिंट और डिजिटल में देश का अग्रणी समूह है। आज मध्य प्रदेश में पहला उद्योगों का जाल बाबूजी की देन है। देवेंद्र दर्डा ने तापी बेसिन प्रोजेक्ट के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव को धन्यवाद दिया।
देवेंद्र दर्डा ने कहा कि इस पहल से हजारों किसानों की जिंदगी बदल जाएगी। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बीच समन्वय के साथ बेहतर कल की परिकल्पना रखी जाएगी। कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, सांसद आशीष दुबे, विधायक अशोक रोहाणी, श्री सुशील तिवारी इंदू, तोष बरकड़े, भाजपा के नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, ग्रामीण अध्यक्ष राजकुमार पटेल, नगर निगम जबलपुर के अध्यक्ष रिकुंज विज शामिल हुए। लोकमत मीडिया समूह के निदेशक अशोक जैन, वरिष्ठ संपादक विकास मिश्रा, रविंद्र भजनी और सेठ गोविंद दास चिकित्सालय जबलपुर के सिविल सर्जन डॉक्टर नवीन कोठारी भी मौजूद रहे।