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जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भारी बर्फबारी, हिमस्खलन की चेतावनी, सफेद चादर से ढका

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: December 12, 2020 15:23 IST

कश्मीर घाटी के मैदानी इलाकों में शनिवार को सीजन की पहली बर्फबारी हुई। बर्फबारी के बाद पूरी घाटी बर्फ की सफेद चादर में लिपटी हुई बेहद खूबसूरत नजर आई।

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ठळक मुद्देश्रीनगर-जम्मू, श्रीनगर-लेह और मुगल रोड सहित सभी प्रमुख राजमार्ग शनिवार को यातायात के लिए बंद हैं।श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के बनिहाल सेक्टर में लगभग एक फुट तक ताजा हिमपात हुआ।

जम्मूः जम्मू-कश्मीर में रातभर हुई बर्फबारी और बारिश के बाद पूरे कश्मीर में बर्फ की चादर बिछ चुकी है। कश्मीर में सुबह जब लोग जगे तो हर तरफ बर्फ ही बर्फ थी।

मौसम विभाग के अनुसार जम्मू कश्मीर, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के करगिल के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश व बर्फबारी का सिलसिला कल भी जारी रहेगा। सोनामर्ग, जोजिला, द्रास, जंस्कार जबकि जम्मू संभाग के जिला किश्तवाड़ में भी हल्की बर्फबारी हो रही है।

ट्रैफिक विभाग के अनुसार सिलर हिगनी, पंथियाल, त्रिशुल मोड़ पर भूस्खलन भी हुआ है। वाहनों को आगे बढ़ने से रोक दिया गया है। मौसम साफ होने के बाद हाईवे पर गिरे मलवे व जवाहर टनल पर पड़ी बर्फ को हटाया जाएगा। मार्ग पूरी तरह सुरक्षित होने के बाद ही वाहनों को हाईवे पर उतरने की अनुमति दी जाएगी।

जानकारी के लिए कश्मीर के पहाड़ी इलाकों के बाद आज श्रीनगर शहर में भी सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। बर्फबारी रात से हो रही है और सुबह तक शहर के अधिकतर इलाकों में दो से तीन इंच तक बर्फ पड़ चुकी है। यही नहीं बर्फबारी के बाद तापमान में भी पांच से छह डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गई है।

रात को हुई बारिश के बाद न्यूनतम तापमान में कमी आई है लेकिन अधिकतम तामपान में गिरावट आने की संभावना है। रात भर हुए हिमपात और बारिश के बाद कश्मीर घाटी देश के दूसरे राज्यों से सड़क मार्ग से कट चुकी है। जवाहर टनल व बनिहाल के कई इलाकों में बर्फबारी व भूस्खलन के बाद हाइवे को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। लेह-श्रीनगर राजमार्ग और उत्तरी कश्मीर से पुंछ को जोड़ने वाला ऐतिहासिक मुगल रोड पहले से ही बंद है।

पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी से हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। अगले चौबीस घंटे में रामबन, अनंतनाग, बारामुल्ला, कुपवाड़ा, बांडीपोरा और गंदरबल जिला में मध्यम श्रेणी (येलो अलर्ट) खतरे वाले हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है। जिला पुंछ, डोडा, किश्तवाड़, कुलगाम और कारगिल जिला में भी निम्न (येलो अलर्ट) श्रेणी के खतरे वाले हिमस्खलन की आशंका है। 

पिछले 24 घंटों में जम्मू संभाग के बनिहाल में सबसे ज्यादा 45.2 एमएम बारिश हुई। बटोत में 44.4 एमएम बारिश दर्ज की गई। भद्रवाह में 36.2 एमएम, कटड़ा में 29.3 एमएम, जम्मू में 27.8 एमएम, श्रीनगर में 25.4 एमएम, काजीकुंड में 26.6 एमएम, पहलगाम में 21.7 एमएम, कुकरनाग में 24.7 एमएम, गुलमर्ग में 22.4 एमएम, कारगिल में 2.2 एमएम बारिश दर्ज की गई।

बारिश के बाद श्रीनगर, पहलगाम, कुपवाड़ा, कुकरनाग, गुलमर्ग, बटोत, भद्रवाह का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे आ गया। वहीं माता वैष्णो देवी के पहाड़ों पर रात को ओलावृष्टी हुई। सुबह तक बारिश होती रही। इस समय भी धुंध छाई हुई है। लेकिन यात्रा चल रही है। यात्री ठंड के इस मौसम का पूरा लुत्फ उठाते हुए हुए माता के दर्शनों को पहुंच रहे हैं।

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