जम्मूः एलओसी पर कई सेक्टरों में आज भारत-पाक सेनाओं के बीच हुए घमासान लड़ाई हई, दोनों ओर जबरदस्त तबाही हुई है। इस ओर चार भारतीय जवान शहीद हो गए। जबकि 6 नागरिक भी मारे गए। जबकि भारतीय पक्ष की कार्रवाई में पाक सेना के आधा दर्जन कमांडों समेत डेढ़ दर्जन के करीब सैनिक हलाक कर दिए गए।
पाक सेना के करीब आठ बंकरों व चार चौकिओं को भी नेस्तनाबूद कर दिया गया। सेना के दावानुसार, पाक सेना के दो आयल डिपो तथा एक आयुध भंडार को भी तबाह कर दिया गया है। उधर पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारतीय गोलाबारी में उसके कई नागरिक मारे गए हैं तथा जख्मी हुए हैं।
भारतीय सेना की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने कुपवाड़ा, उड़ी और पुंछ में भारी गोलाबारी की। पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य चौकियों और रिहायशी इलाकों को बनाना बनाते हुए गोले बरसाए। गोलाबारी में कुल चार भारतीय जवान शहीद हो गए जबकि 6 नागरिकों की मौत हो गई। वहीं जिला पुंछ के सब्जियां इलाके में पांच लोग घायल हो गए
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में भी पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ
सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में भी पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है। पाकिस्तान के 18 से 20 सैनिक मार गिराए गए हैं। यही नहीं पाकिस्तान की कई चौकियों को नेस्तनाबूद कर दिया गया है। उसके आयुध भंडार तथा आयल डिपो को भी उड़ा दिया गया।
गोलाबारी की चपेट में आने से दो जवान जिनमें बीएसएफ इंस्पेक्टर राकेश डोभाल भी शामिल थे, गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां जख्मों का ताव न सहते हुए दोनों ने दम तोड़ दिया। इस गोलाबारी में 6 नागरिक भी मारे गए हैं। एक अन्य नागरिक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
शहीद बीएसएफ सब इंस्पेक्टर राकेश डोभाल गंगा नगर, ऋषिकेश उत्तराखंड के रहने वाले थे। शहीद हुए दूसरे जवान की अभी तक पहचार जाहिर नहीं की गई है। उड़ी सेक्टर में मारे गए लोगों की पहचान ताहिब अहमद मीर, इरशाद अहमद और फारूका बेगमके रूप हुई है।
इस बीच, जिला पुंछ के साब्जियां सेक्टर में भी पाकिस्तानी सेना ने गोले दागे। इस दौरान कुछ मोर्टार सब्जियां के मुख्य बस अड्डे पर गिरे जिनकी चपेट में आने से एक मध्यम आयु वर्ग की महिला, दो पोर्टरों समेत पांच नागरिक घायल हो गए। उनकी पहचान हाजरा बेगम, तौसीफ अहमद और मोहम्मद रशीद, जबकि 183 बीएन बीएसएफ के दो पोर्टरों में मोहम्मद अफराज़ और मोहम्मद इब्राहिम के तौर पर हुई है। सभी घायलों को मंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गोलाबारी का यह सिलसिला आज सबसे पहले उत्तरी कश्मीर में जिला कुपवाड़ा में टंगडार व करनाह सेक्टर के धानी, सदपोरा, हाजीतारा और जद्दा चौकियों व उनके आसपास स्थित नागरिक बस्तियों से शुरू हुआ। पाकिस्तानी गोलाबारी से बचने के लिए टंगडार व करनाह सेक्टर में करीब दो दर्जन परिवार अपने मकानों को छोड़ निकटवर्ती सुरक्षित इलाकों में चले गए हैं।
टंगडार और करनाह में भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई शुरू होने के चंद मिनट बाद ही पाक सैनिकों ने कई अन्य जगहों पर भी मोर्चा खोल दिया। जिला बारामुल्ला के उड़ी सेक्टर में भी पाक सैनिकों ने सीजफायर तोड़ भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी शुरु कर दी।
उरी सेक्टर के सामने एलओसी पार हाजीपीर दर्रे में बैठे पाक सैनिकों ने भारतीय ठिकानों पर तोप और मोर्टार के गोले दागे। उड़ी में गोलाबारी शुरू होने के लगभग 20 मिनट बाद बांडीपोरा जिले में एलओसी के साथ सटे गुरेज सेक्टर में भी गोलाबारी शुरु हो गई। गोलबारी इतनी तेज थी कि बांडीपोरा के कस्बे तक आवाज सुनाई दे रही थी।