सवालों की पोटली लेकर राज्यपाल से मिलने गए थे उमर अब्दुल्ला, खाली हाथ लौटे
By सुरेश डुग्गर | Published: August 3, 2019 04:55 PM2019-08-03T16:55:38+5:302019-08-03T16:55:38+5:30
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाए जाने के सवाल पर उमर ने बताया कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आश्वासन दिया है कि यह सब कुछ राज्य में चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने जम्मू कश्मीर की जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें उस पर कायम रहना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शनिवार को सवालों की पोटली लेकर राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिलने गए थे लेकिन संतोषजनक उत्तरों के बिना ही वे वापस लौट आए। दरअसल, जम्मू कश्मीर में जारी की गई एडवाइजरी के बाद से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
जम्मू कश्मीर में सियासी हलचल के बीच जम्मू में रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात कर दिया गया है। मुख्यधारा के सभी राजनीतिक दलों में उठापटक का दौर जारी है।
शनिवार को जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की। वहीं, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि जो सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं उनकों बाकी मुद्दों से मत मिलाओ, दोनों में कोई तालमेल नहीं है इसलिये डरने करने कि कोई जरूरत नहीं है।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिलकर जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में पत्रकारों से बात की। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर पर उन्हें सही जवाब नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें राज्य के हालात के बारे में सच नहीं मालूम हो पा रहा है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अफसर बताते हैं कि कुछ हो रहा है, लेकिन जब इस कुछ के बारे में विस्तार से पूछा जाता है तो वे जवाब नहीं दे पाते हैं। अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से पूछा कि आखिरकार जम्मू कश्मीर में हो क्या रहा है। अब्दुल्ला के मुताबिक उन्होंने राज्यपाल से इस बावत एक बयान जारी करने की अपील की है।
उमर ने कहा कि जब उन्होंने राज्यपाल से अमरनाथ यात्रा बीच में रोके जाने की बात पूछी तो उन्होंने सुरक्षा का हवाल दिया। पूर्व मुख्यमंत्री उमर ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी।उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने ऐसे कोई संकेत नहीं दिए की जम्मू कश्मीर में हालात बिगड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 35ए को बनाए रखने के लिए वह हर संभव कोशिश करेंगे। साथ ही उमर ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोमवार को संसद में जम्मू कश्मीर के वर्तमान हालात पर जवाब देना चाहिए। जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाए जाने के सवाल पर उमर ने बताया कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आश्वासन दिया है कि यह सब कुछ राज्य में चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने जम्मू कश्मीर की जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें उस पर कायम रहना चाहिए।