जम्मूः पाक सेना की ओर से एलओसी और सीमा पर गोलाबारी में जबरदस्त तेजी लाई गई है। गोलाबारी के पीछे का मकसद घुसपैठ को कामयाब बनाना है।
पुंछ व उरी सेक्टर में पाक गोलाबारी में कई मकान गिर गए हैं। माना जा रहा है कि घुसपैठ की घटनाओं में जबरदस्त वृद्धि हुई है। अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान बड़ी संख्या में आतंकियों को इस ओर धकेलना चाहता है। वे कहते हैं 5 से 6 हजार प्रशिक्षित आतंकी एलओसी और सीमा के उस ओर घुसपैठ करने की प्रतीक्षा में हैं।
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, पाक सेना जम्मू कश्मीर की सारी सीमा पर जबरदस्त गोलाबारी कर रही है। एलओसी पर जहां गोलों की बरसात हो रही है, वहीं अंतरराष्ट्रीय सीमा के क्षेत्रों में मोर्टार दागे जा रहे हैं। गोलाबारी के कारण सबसे अधिक पुंछ और उरी सेक्टर हैं बीसियों मकान क्षतिग्रस्त हो गए। बीसियों पशुओं के मारे जाने की खबर है। अधिकारियों के मुताबिक, पाक गोलीबारी के निशाने नागरिक ठिकाने होने से उन्हें क्षति पहुंच रही है।
5-6 हजार से आतंकी भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने के लिए प्रतीक्षारत हैं
रक्षाधिकारियों के मुताबिक, ऐसा पाक सेना आतंकियों को इस ओर धकेलने की खातिर कर रही है। वे कहते हैं कि सीमाओं पर 5-6 हजार से आतंकी भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने के लिए प्रतीक्षारत हैं। उनके मुताबिक, इन आतंकियों को इस धकेलने की खातिर पाक सेना भारतीय सेना का ध्यान बंटाने की खातिर ही सीमाओं पर गोलाबारी कर रही है और इस गोलाबारी का निशाना वह नागरिक ठिकानों को इसलिए बना रही है ताकि भारतीय सेना को कई मोर्चों पर एक साथ जूझना पड़े।
अधिकारी बताते हैं कि पाक सेना चाहती है कि इससे पहले सीमांत पहाड़ों पर बर्फ के गिरने के बाद बचे खुचे परंपरागत दर्रे और घुसपैठ के रास्तांे के बंद हो जाने से पूर्व ही, जहां से आतंकियों को वह पिछले कई सालों से धकेल रही है, वह अपने जहां रुके पड़े आतंकियों को इस ओर धकेलने को आतुर है।
‘यही कारण है कि पाक सेना कवरिंग फायर की नीति को अपनाते हुए भारतीय सेना को उलझाए रखे हुए है और वह इसकी आड़ में आतंकियों को इस ओर धकेलना चाहती है। लेकिन भारतीय सेना घुसपैठ को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है, एक सेनाधिकारी का कहना था।