जम्मू कश्मीर में ड्रोन बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं। माना जा रहा है कि आतंकी ड्रोन के जरिये सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश में जुटे हैं। जम्मू के कालूचक मिलिट्री स्टेशन पर तड़के करीब तीन बजे दो ड्रोन देखे गए। हालांकि सतर्क सैनिकों ने ड्रोन देखने के बाद उस पर गोलियां बरसाईं। जिसके बाद दोनों ड्रोन वापस लौट गए।
जम्मू के कालूचक मिलिट्री स्टेशन के ऊपर दो बार ड्रोन नजर आया। सेना के मुताबिक, पहली बार रात 11 बजकर 45 मिनट पर और उसके तीन घंटे बाद दो बजकर 40 मिनट पर दूसरा ड्रोन दिखाई दिया। इन्हे देखने के बाद सेना के जवानों ने करीब 20 से 25 राउंड गोलियां बरसाईं। जिसके बाद यह ड्रोन वहां से चले गए। फिलहाल सेना ड्रोन की तलाश में जुटी है।
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुआ था हमला
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर रविवार देर रात दो धमाके हुए थे। जिसमें दो जवानों को चोट आई है। पहला धमाका रात एक बजकर 37 मिनट पर और दूसरा एक बजकर 42 मिनट पर हुआ। जम्मू कश्मीर में यह पहली बार है जब आतंकियों ने किसी हमले के लिए ड्रोन का सहारा लिया है। इस मामले में शक की सुई पाकिस्तान की ओर घूम रही है। मामले की जांच के लिए एनआईए की टीम भी मौके पर पहुंची। जम्मू कश्मीर पुलिस दो संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
ड्रोन हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
ड्रोन के जरिये हमले की नई रणनीति ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। इसमें हमला करने वाले की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं होता है, वहीं ट्रेनिंग पर भी ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता है। सबसे खास बात यह है कि ड्रोन बेहद कम ऊंचाई पर उड़ सकता है, जिसके कारण राडार की पकड़ में भी नहीं आता है। ऐसे में अब यह आशंका जताई जा रही है कि आतंकवादी ड्रोन हमलों को अंजाम दे सकते हैं।