जम्मू कश्मीरः आज जुमे की नमाज के लिए मिलेगी थोड़ी ढील, ईद के लिए रविवार को होगा फैसला
By आदित्य द्विवेदी | Published: August 9, 2019 08:09 AM2019-08-09T08:09:15+5:302019-08-09T08:09:15+5:30
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों और अनुच्छेद 35-ए को हटाए जाने के मद्देनजर राज्य में लागू मौजूदा कड़े प्रतिबंधों के दौरान आम लोगों को किसी भी हालत में कोई परेशानी न हो।
जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म करने और राज्य के पुनर्गठन के मद्देनजर घाटी पांच दिनों से थमी हुई है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात हैं। धारा 144 लागू है। लेकिन शुक्रवार को नमाज के लिए प्रतिबंधों में थोड़ी छूट मिलेगी। इसके अलावा बकरीद के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर फैसला रविवार 11 अगस्त को लिया जाएगा। ये बातें उप-राज्यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बताईं। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
हिंदुस्तान टाइम्स ने एक सीआरपीएफ अधिकारी के हवाले से लिखा है कि फिलहाल जुम्मे की नमाज के लिए छूट का कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि गुरुवार को श्रीनगर की सड़कों पर नागरिकों के ज्यादा वाहन दिखाई दिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अधिकारियों का कहना है कि सभी इलाकों में जुम्मे की नमाज पर छूट देने से हिंसा बढ़ सकती है। हालांकि उन इलाकों को चिन्हित करके कुछ प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं जहां हिंसा भड़कने की संभावना कम है।
भारतीय सेना ने ऐसे इलाकों की एक सूची बनाई है जहां संघर्ष बढ़ने की संभावना है। इसमें शोपियां, पुलवामा, अनंतनाग और सोपोर समेत कई इलाके शामिल हैं।
इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों और अनुच्छेद 35-ए को हटाए जाने के मद्देनजर राज्य में लागू मौजूदा कड़े प्रतिबंधों के दौरान आम लोगों को किसी भी हालत में कोई परेशानी न हो।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि डोभाल ने बुधवार को दिल्ली लौटने से पहले जोर देकर कहा कि आम आदमी को कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राज्य के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आम लोगों का जीवन समस्या मुक्त होना चाहिए।
डोभाल बुधवार को दक्षिण कश्मीर के शेापियां पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। उन्होंने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के कर्मियों से भी बात की, ताकि राष्ट्र सेवा के दौरान उनका मनोबल ऊंचा रहे।