जम्मू-कश्मीर : आइडी विस्फोट में शहीद हुए लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन के परिजनों से मिले केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, कहा-शहादत का बदला पाकिस्तान से लिया जाएगा
By एस पी सिन्हा | Updated: October 31, 2021 19:23 IST2021-10-31T19:12:16+5:302021-10-31T19:23:05+5:30
जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में शनिवार को हुए आइडी विस्फोट में शहीद हो गये बेगूसराय के लाल लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन के परिजनों से मिलने बेगूसराय के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिराज पहुंचे.

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
पटना : जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में शनिवार को हुए आइडी विस्फोट में शहीद हो गये बेगूसराय के लाल लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन के परिजनों से मिलने बेगूसराय के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिराज पहुंचे. उन्होंने शहीद के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी. इस दौरान मंत्री ने कहा कि जवानों की शहादत का बदला पाकिस्तान से लिया जाएगा.गिरिराज सिंह ने कहा कि शहीद के खून के एक-एक कतरा का बदला हम लेकर रहेंगे.
उन्होंने कहा ऋषि देश के लिए शहीद हुए हैं. उनका पूरा परिवार भारत की सेवा में समर्पित है, बहन और बहनोई भी मेजर हैं. उनके परिवार का दर्द कोई साझा नहीं कर सकता. केंद्रीय मंत्री ने परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की. गिरिराज सिंह ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि सरकार इस मुश्किल घड़ी में शहीद के परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है. यहां बता दें कि लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में उस समय शहीद हो गये, जब जब सेना के जवान सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की रोकथाम संबंधी उपायों का जायजा लेने के लिए गश्त कर रहे थे. इस धमाके में दो जवान शहीद हो गये. जबकि एक जवान घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
शहीद होने वाले जवानों में एक की पहचान बेगूसराय के लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार के रुप में हुई थी. शहादत की खबर सुनते ही शहीद के गांव में मातम फैल गया. परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे. इस बीच शहीद के परिजनों से मिलने बेगूसराय के सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह रविवार को बेगूसराय पहुंचे. उन्होंने शोक में डूबे परिजनों को हिम्मत बंधाया. गिरिराज सिंह और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.उल्लेखनीय है कि शहीद ऋषि का परिवार मूल रूप से लखीसराय के पिपरिया का रहने वाला है. ऋषि के दादा बरौनी रिफाइनरी में काम करते थे.
उन्होंने बेगूसराय में घर बना लिया और तब से वहीं परिवार के साथ रहने लगे. ऋषि के पिता का नाम राजीव रंजन है. घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. शहीद के पिता राजीव रंजन ने बताया कि पांच दिन पहले ही मां से उसकी बात हुई थी और फोन पर उसने कहा था कि वह बहन की शादी में छुट्टी लेकर घर आ रहा है. इसी बीच बेटे के शहीद होने की सूचना मिली.
बताया जाता है कि शहीद ऋषि रंजन ने एक साल पहले ही सेना में ज्वाइन किए थे. करीब एक माह पहले जम्मू कश्मीर के नौसेरा सेक्टर में पोस्टिंग हुई थी. इकलौते पुत्र के निधन से माता-पिता समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. ऋषि अपने दो बहनों के इकलौते भाई और पिता के दो भाइयों में इकलौते चिराग थे. परिजनों का कहना है कि ऋषि की छोटी बहन की शादी 29 नवंबर को होने वाली थी. शादी की तैयारी में लोग जुटे हुए थे. बहन की शादी में शामिल होने के लिए ऋषि 22 नवंबर को आने वाले थे लेकिन इसी बीच उनकी मौत सूचना से पूरे परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.