जम्मू-कश्मीर: सुरक्षा के आश्वासन नहीं रोक पा रहे ट्रक चालकों को, बिना सेब की फसल उठाए वापस लौटने वाले ट्रकों का आंकड़ा बढ़ा

By सुरेश एस डुग्गर | Published: October 26, 2019 05:58 PM2019-10-26T17:58:09+5:302019-10-26T17:58:09+5:30

दक्षिणी कश्मीर के शोपियां में सेब लदे तीन ट्रकों को निशाना बनाए जाने और चालकों की हत्या के मामले पर डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि पाक समर्थक आतंकी घाटी और लोगों को पहुंचाना चाहते हैं।

Jammu and Kashmir: Truck drivers unable to stop the assurance of safety, figures of trucks returning without raising apple crop increased | जम्मू-कश्मीर: सुरक्षा के आश्वासन नहीं रोक पा रहे ट्रक चालकों को, बिना सेब की फसल उठाए वापस लौटने वाले ट्रकों का आंकड़ा बढ़ा

आतंकियों ने सेब के ट्रक को आग लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस और स्थानीय लोगों की कार्रवाई ने इसे नाकाम बनाया था।

Highlightsकश्मीर के शोपियां जिले में आतंकियों ने पहले पेट्रोल बम से ट्रकों पर हमला किया।इस घटना के बाद काफी डर पैदा हो गया है और ट्रक वापस भी चले गए हैं।

सेब की फसल उठाने के लिए कश्मीर आए देशभर के ट्रक चालकों की क्रमवार हत्याओं के बाद सुरक्षाबल इन ट्रक चालकों को सुरक्षा का आश्वासन तो दे रहे हैं पर ये आश्वासन उनको आश्वस्त नहीं कर पा रहे हैं। नतीजतन बिना फसल ट्रकों में लादे वे अपने घरों को लौटने लगे हैं। उनकी इस तरह की वापसी से कश्मीरियों के लिए परेशानी खड़ी कर रही है।

दक्षिणी कश्मीर के शोपियां में सेब लदे तीन ट्रकों को निशाना बनाए जाने और चालकों की हत्या के मामले पर डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि पाक समर्थक आतंकी घाटी और लोगों को पहुंचाना चाहते हैं। आतंकियों द्वारा की गई यह कारयाना हरकत लोगों की आजीविका पर हमला है। उन्होंने कहा कि हमने दोषियों की पहचान कर ली है और जल्द ही उनके खिलाफ कठोर कदम उठाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि ट्रकों की आवाजाही के लिए विशेष कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके तहत निर्धारित व सुरक्षित रूप से आवाजाही सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा भीतरी इलाकों में ट्रक चालकों को सुरक्षा दस्ते की मौजूदगी में ही काफिले के साथ आने-जाने के लिए कहा गया है। उन्हें सिर्फ निर्धारित स्थानों पर ही रुकने और सेफ जोन से बाहर न जाने की हिदायत भी दी गई है। इस बीच, आतंकी हमलों से घबराए कुछ ट्रक चालकों ने बिना माल उठाए ही कश्मीर से अपने घरों की तरफ रुख कर लिया है।

दरअसल दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले के चित्रगाम में गुरुवार रात आतंकियों ने पहले पेट्रोल बम से ट्रकों पर हमला किया। इससे ट्रकों में आग लग गई। इसके बाद चालकों और खलासी को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग की गई, जिसमें दो की मौत हो गई थी। अन्य लोगों ने भागकर जान बचाई थी। डीसी यासीन चौधरी ने बताया कि यह शोपियां की तीसरी घटना है। 16 अक्तूबर की घटना के बाद हमने एक सुरक्षा समीक्षा की। इसके बाद सिक्योर जोन बनाने का फैसला लिया गया था। उद्देश्य यह था कि ट्रकों को वहां खड़ा किया जाएगा और व्यापारी अपना माल छोटी गाड़ियों में वहां तक पहुंचाएंगे। ताकि सब कुछ हमारी नजरों के सामने हो, लेकिन दुर्भाग्य से कुछ ट्रक अंदरूनी इलाकों में भी जा रहे हैं।

इस घटना के बाद काफी डर पैदा हो गया है और ट्रक वापस भी चले गए हैं। हम इस स्थिति को भी देख रहे हैं और उनमें दोबारा से विश्वास बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। शोपियां में गुरुवार रात आतंकियों की ओर से सेब से भरे ट्रकों को निशाना बनाए जाने के बाद 250 से अधिक ट्रक बिना माल भरे ही लौट गए हैं। जिला प्रशासन के अनुसार उनमें दोबारा विश्वास बहाली प्रयास होगा। 14 अक्तूबर को भी आतंकियों ने शोपियां में राजस्थान के शरीफ  खान नाम के एक ट्रक ड्राईवर की हत्या कर दी और उसका सेब से भरा ट्रक भी जला दिया।

दूसरी घटना 16 अक्तूबर को ट्रेंज शोपियां में चरणजीत सिंह और संजय नाम के दो सेब व्यापारियों को निशाना बनाया, जिसमें चरणजीत की मौत हो गई जबकि संजय गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका इलाज श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में चल रहा है।

उसी दिन तीसरी घटना में पुलवामा के निहामा में ईंट के भट्ठे पर काम करने वाले छत्तीसगढ़ के एक मजदूर सेठी साही को मौत के घाट उतार दिया गया। चौथी घटना उत्तरी कश्मीर के सोपोर की है, जहां आतंकियों ने सेब के ट्रक को आग लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस और स्थानीय लोगों की कार्रवाई ने इसे नाकाम बनाया था।

Web Title: Jammu and Kashmir: Truck drivers unable to stop the assurance of safety, figures of trucks returning without raising apple crop increased

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