जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालात पर जारी राजनीतिक और कानूनी बहस से मुस्लिम बहुल चिनाब घाटी और पीर पांजाल के युवा इंडियन आर्मी ज्वॉइन करने को तैयार हैं। एक हफ्ते तक चलने वाली भर्ती रैली में मंगलवार से करीब 6 हजार युवाकों ने भाग लिया है। इसमें करीब 2500 युवक रामबन और किस्तवाड़ जिलों के हैं। इसके अलावा 3600 युवक दोडा के हैं जो चिनाब घाटी के अंतर्गत आता है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक करीब भर्ती रैली के लिए राजौरी से करीब 8 हजार, पुंछ से करीब 4 हजार और ऊधमपुर से करीब 8 हजार अन्य युवकों ने भी रैली के लिए पंजीकरण कराया है। भर्ती प्रक्रिया तालवाड़ा के रियासी जिले में चल रही है।
वरिष्ठ आर्मी अधिकारियों ने बताया कि पांच अगस्त को आर्टिकल 370 हटाए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के फैसले के बाद यह पहली आर्मी भर्ती है। रेस में शामिल युवाओं में से करीब 40 प्रतिशत मुस्लिम हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट की मुताबिक भर्तियां सोल्जर जनरल ड्यूटी, सोल्जर टेक्निकल, सोल्जर टेक्निकल नर्सिंग असिस्टेंस, सोल्जर टेक्निकल नर्सिंग असिस्टेंस वेटेरिनरी, सोल्जर क्लर्क, स्टोर कीपर और सोल्जर ट्रेड्समैन के पदों पर की जा रही हैं।
सभी उम्मीदवारों को पहले शारीरिक दक्षता पास करनी होगी। चयनित अभ्यर्थियों का मेडिकल और लिखित परीक्षा कराई जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है और किसी तरह की गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं है।
इंडियन आर्मी ने एक ट्वीट में लिखा, 'जम्मू कश्मीर के युवाओं को रोजगार के मौके देने के लिए रियासी में 3 से 9 सितंबर के बीच भर्ती रैली का आयोजन हो रहा है। करीब 29 हजार युवाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है जिसमें 2500 लोग पहले दिन शामिल हुए। ये दिखाता है कि जम्मू कश्मीर के युवा मुख्यधारा में आने और देश की सेवा करने के इच्छुक हैं।'